कोविड का कमाल : दफनाए जाने के 15 दिन बाद घर वापिस आ गई पत्नी

हैदराबाद :  आंध्र प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन पर सवालियां निशान खड़े कर दिए है।  एक महिला जिसकी कुछ दिन पहले कोरोना की वजह से मौत हो गई थी, वह मरने के 15 दिन बाद घर वापिस लौट आई। कोविड का यह खेल आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में हुआ। 

जगइयापेट तालुका स्थित क्रिश्चियनपेट गांव में रहने वाले मुतइला की 70 वर्षीय पत्नी कोविड से संक्रमित हो गई थी। उसको 12 मई को विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भर्ती कराने के बाद मुतइला रोज अस्पताल जाने लगा। वह वृद्धा को देखता और डॉक्टरों से हालचाल लेकर लौट आता। लेकिन 15 मई को जब वह अस्पताल पहुंचा तो उसकी पत्नी बेड में नहीं मिली। उसने कई जगह ढूंढा पर उसकी वृद्ध पत्नी का कोई अता-पता न मिला। जिस के बाद उसने अस्पताल के अधिकारियों से अपनी पत्नी के बारे में पूछा। कुछ देर बाद नर्स ने कह दिया कि शायद वृद्ध महिला की मौत हो गई है।

अस्पताल वालों ने कुछ देर बाद मुतइला को कोविड नियमों के तहत एक सीलबंद मुर्दा शरीर यह कहते हुए थमा दिया कि यही तुम्हारी बीवी है। दुखी मुतइला शव को लेकर किसी तरह अपने गांव पहुंचा और कुछ देर बाद मृत शरीर को दफना दिया।

एक हफ्ते बाद मुतइला को खबर मिली कि खम्माम जिले में रहने वाले उसके पुत्र रमेश (35) की भी कोविड से मृत्यु हो गई है। पहले पत्नी और उसके बाद पुत्र के निधन से मुतइला बुरी तरह टूट गया। पहली मई को गिरिजम्मा और उसके पुत्र रमेश की याद में गांव में एक मेमोरियल सर्विस का आयोजन किया गया। लेकिन, इसके अगले दिन दो मई की सुबह चमत्कार हो गया। जब मुतइला की बूढ़ी पत्नी गिरिजम्मा वापिस घर आ गई। जिसके बाद पत्नी ने अपने पति को सभी बात बताई। वह बोली कि अस्पताल वालों ने उसे 3000 रुपए दिए और कहा कि तुम ठीक हो गई हो। अब घर जाओ। 

वहीं इस मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि मुतइला ने अस्पताल के खिलाफ लापरवाही का अभी तक कोई मामला नहीं दर्ज कराया है।  दफनाया गया वह शरीर किसका था? इसके बारे में भी अभी कुछ पता नहीं लगाया गया है। 

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