दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से धार्मिक कार्यक्रम करवाया गया

होशियारपुर (आदेश परमिंदर सिंह)दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से स्थानीय आश्रम गौतम नगर होशियारपुर में धार्मिक कार्यक्रम करवाया गया। श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री ईश्वरीय भारती जी ने कहा कि संत महापुरूष ही अपने नि:स्वार्थ कर्म द्वारा इस समाज का कल्याण करते हैं।

उन्होंनें कहा कि जब-जब अधर्म का अधंकार गहन से गहनतम होता हैं,इंसान के विचारों में दुर्गंध फै ल जाती है। तब-तब 5ा1ित रूपी लहर से लेकर महापुरूष इस धरा को सुगन्धित करते हैं।
आगे साध्वी जी ने कहा कि साधारण जीव कर्मों से बंधे हुए संसार में आते हैं,लेकिन संत-सतगुरू दूसरे जीवों के कल्याण के लिए इस धरा पर आते हैं। वह जीव को प्र5ाु प्राप्ति का सच्चा मार्गदर्शन करके आवागमन के च1कर से मु1त कर देते हैं।

उन्होनें कहा कि 5ागवान श्री कृष्ण 5ाी अर्जुन को यही समझाते हैं,और गीता के माध्यम से हमें 5ाी इस बात को समझा रहे हैं कि जब-जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्वि होती है,तब-तब ही मैं अपने रूप को रचता हूँ, अर्थात साकार रूप से लोगों के स6मु2ा प्रकट होता हँू। साधु पुरूषों का उद्धार करता हँू, और दुष्टों का विनाश करता हूँ।

अंत में उन्होंनें कहा कि हमें 5ाी ऐसे संत महापुरूष की 2ाोज करनी होगी,जो हमारे घट में प्रकाश रूप ईश्वर का साक्षात्कार करवा दें, इसलिए हम 5ाी जिज्ञासु से आगे बढक़र ईश्वर पिपासु बन जाएं। हमारे जीवन का उदेश्य ईश्वर प्राप्ति है,5ाीतर सच्ची तड़प के साथ इस परम उदेश्य में लग जाए। इस अवसप पर 5ाारी सं2या में श्रद्धालू उपस्थित थे।

Related posts

Leave a Reply