पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश श्री शांता कुमार द्वारा पालमपुर में अनुभव “पहाड़ों “का पुस्तक का विमोचन

पालमपुर   (बलविंदर बालम ) :-कायाकल्प कॉन्फ्रेंस हॉल पालमपुर में अनुभव “पहाड़ों “का पुस्तक का विमोचन पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सम्माननीय श्री शांता कुमार के कर कमलों द्वारा किया गया।किताब “अनुभव पहाड़ों का” के लेखक सलीम आजम द्वारा लिखी गई पहली किताब है इस किताब में 20 कहानियां लिखी गयी
है.

साहित्यकार राम सिंह ने कहा कि सलीम आजम द्वारा लिखी हुई “ऐ खुदा तेरा करम मुझ पर इस तरह से है” खूबसूरत आवाज में पेश की गई । “अनुभव पहाड़ों का” उन्हीं के प्रयासों से भव्य आयोजन किया गया।

साहित्यकार रिटायर्ड  अधिकारी प्रभात शर्मा जी ने कहा कि उन्हीं के प्रयासों से भव्य आयोजन हो पाया। “अनुभव पहाड़ों का” पुस्तक का विमोचन के लिए उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में श्री सलीम आजम द्वारा बेहतरीन कार्य करने के लिए कि बहुत बहुत शुभकामनाएं दी । उन्होंने इस अवसर पर कविता “गरीब की परीक्षा” को विषतार से बताया ।इस अवसर पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश श्री शांता कुमार किताब भी भेंट की ।

सलीम आजम ने कहा कि यह पुस्तक पहाड़ी लोगों की जीवन-शैली ,मान्यता रीति -रिवाज विश्वास, देवी-देवताओं से संबंधित मेले , खेती-वाड़ी तथा जीवन के अन्य पहलुओं से जुड़ी सत्य घटनाओं पर आधारित है जो लेखक के निजी जीवन से गुजरी है । हर कहानी में पर्वतीय जीवन शैली के मर्म की छुटी है तथा समाज के अंदर बहाय घटनाओं से समाज को एक शिक्षाप्रद संदेश भी देती है बे मुख्यता मध्यमवर्गीय जीवन की वास्तविकता और विसंगतियों को व्यक्त करने वाले कहानीकार हैं उनकी कहानियों के शिल्प में पाठकों को चमत्कृत करने का प्रयास नहीं है यह जीवन की कथा जो उसी ढंग से कहते हैं जिस ढंग से जीवन चलता है उनकी कहानियों में विषय की विविधता और प्रस्तुति की सहजता सलीम जी के रचना संसार को नया आयाम देती है ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर महानगरों तक के पाठक उनकी रचनाओं से मंत्रमुग्ध हो जायेगे । उन्होंने खुबसूरत रचना एक कविता के रूप में भी सुनाई ।
इस अक्सर पर मुख्यतिथि श्री शांता कुमार द्वारा सलीम आजम को हार्दिक शुभकामनाएं प्रस्तुत की व ये सन्देश दिया कि लोक सेवा में कार्यरत अधिकारियों में सम्वेदनाओं का होना बहुत जरूरी है जो कि सलीम आजम के कवि के रूप में उजागर होना ये दर्शाता है कि ये वास्तव में अति सम्वेन्दनशील हैं। किताब में वन देवता के उलेख के सम्बंध में भी जिक्र किया।
इस अवसर पर एसडीएम मैडम फरजाना खान , जिया खान ,जोया खान, अनिल शर्मा , रामेश्वर सिंह नरयाल , कांता देवी प्रधान नप, नायाब तहसीलदार अब्दुल बसीर,वीरेंद्र राणा मनोनीत पार्षद,सुसील डोगरा सहित मान्य गणमान्य उपस्थित रहे

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