सभी की धार्मिक भावनाएं सम्मानीय: अशवनी जोशी

सभी की धार्मिक भावनाएं सम्मानीय: अशवनी जोशी

नवांशहर (सौरव ) : सोशल मीडिया पर दशहरा पर्व से जोड़ कर कुछ अन्य पुतले जलाने की जो बयानबाजी हो रही है, के सम्बंध में आज नवांशहर में एक औपचारिक सामाजिक बैठक हुई।
समाज सेवी व धर्म प्रचारिक परविंदर बत्रा ने कहा कि हमारा भारत देश सर्वधर्म श्रेष्ठ समुदाय है। हमारा सविधान हमें सम्पूर्ण राजनीतिक व धार्मिक आज़ादी देता है और साथ साथ किसी भी व्यक्ति या समुदाय की धार्मिक आस्था को आहित करने से रोकता भी है।
नवांशहर से वरिष्ट समाज सेवी अशवनी जोशी का कहना है कि दशहरा मनाने की परम्परा हिंदुओं का इतिहासिक धार्मिक पर्व है और उनकी हजारों वर्ष पुरानी आस्था भी है।
समाज सेवी कर्ण दीवान ने कहा कि इस दिन मुख्यतौर पर धार्मिक आस्था और पूजा विधि अनुसार मेघनाथ, कुम्भकर्ण और रावण के ही पुतले बना कर अग्निभेंट किये जाते हैं। यह कोई मनोरंजन पर्व नहीं है।

प्रत्यशिष्ठ धर्म प्रचारक परविंदर बत्रा की प्रधानगी में हुई इस बैठक में अंकुश निझावन,चमन लाल सैनी, मनोज पुंज, मनोज कनोजिया, सनी चंदला, परविंदर बत्रा, कर्ण दीवान व अशवनी जोशी ने विचार किया कि
सोशल मीडिया पर कुछ लोग अपने राजनीतिक या अन्य उद्देश्य के कारण दशहरा पर्व के साथ जोड़ कर कुछ अन्य पुतले जलाने के बारे बयानबाजी करके किसी समुदाय की धार्मिक भावना को आहित करके सद्भावना के सिद्धांत को भूल रहे हैं।
वे जिसके भी चाहें पुतले फूंके, मगर उसे दशहरा पर्व से किसी भी प्रकार जोड़ना या कहना गलत होगा। इससे समाजिक शांति का माहौल विगड़ सकता है।

उन्होंने प्रशासन से पुरजोर अपील की है कि सोशल मिडीया पर चौकसी रखते हुए ऐसे दुष्प्रचार पर खुद ही लगाम लगाये। ताकि कुछ स्वार्थी लोग भारतीय पर्वों पर हमारे समाजिक भाईचारे को किसी तरह की क्षति न पंहुचाये।

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