ADC HARBIR SINGH : पढ़े-लिखे नौजवानों व स्वयं सहायता समूहों को ऋण देकर मजबूत बनाएं बैंक

–  कहा, कृषि, लघु उद्योग, सेवा क्षेत्र, सरकारी प्रोग्रामों में ऋण देने की प्रक्रिया में लाई जाए तेजी
– जिले के  विभिन्न बैंकों ने ऋण योजना वर्ष 2018-19 के अंतर्गत दिया 3962.46 करोड़ रु पये का ऋण
HOSHIARPUR (ADESH PARMINDER SINGH, RINKU THAPER)
अतिरिक्त  डिप्टी कमिश्नर(विकास) श्री हरबीर सिंह ने कहा कि बैंक अपना दायित्व समझते हुए समाज के कमजोर वर्गों व ज्यादा से ज्यादा पढ़े लिखे बेरोजगार नौजवानों को ऋण प्रदान करें ताकि वे ऋण प्राप्त कर आर्थिक धंधे शुरु  कर अपने जीवन स्तर को और ऊंचा उठा सके। उन्होंने सी.डी रेशो बढ़ाने की जरु रत के संबंध में बात करते हुए बैंकों को इस दिशा की तरफ ज्यादा ध्यान देने के लिए कहा। वे आज जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में जिले के लीड बैंक की तरफ से जिले के बैंकों की कारगुजारी का जायजा लेने संबंधी जिला सलाहकार कमेटी और जिला स्तरीय कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त  डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) श्रीमती अनुपम कलेर भी विशेष तौर पर मौजूद थी। 
बैठक को संबोधित करते हुए अतिरिक्त  डिप्टी कमिश्नर(विकास) श्री हरबीर सिंह ने बताया कि जिले के  विभिन्न बैंकों द्वारा ऋण योजना वर्ष 2018-19 के अंतर्गत सितंबर 2018 तक कुल 3962.46 करोड़ रु पये के तौर पर दिए गए जबकि लक्ष्य 4736.00 करोड़ रु पये का था। इसमें से प्राथमिकता सैक्टर को 3266.72 करोड़ रु पये के ऋण दिए गए जबकि गैर प्राथमिकता क्षेत्र को 695.74 करोड़ रु पये के ऋण दिए। प्राथमिकता क्षेत्र में 2398.04 करोड़ रु पये कृषि के लिए, 691.92 करोड़ रु पये गैर कृषि क्षेत्र के लिए और 176.76 करोड़ रु पये अन्य प्राथमिकता सैक्टर को ऋण के तौर पर दिए गए। 
अतिरिक्त  डिप्टी कमिश्नर ने बैंकों को अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूहों को ऋण प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने बैंकों को अलग-अलग योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देने तथा कृषि व लघु उद्योग, सेवा क्षेत्र, सरकारी प्रोग्रामों जैसे कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन प्रोग्राम, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, डेयरी टाई-अप योजना के अंतर्गत कर्जे देने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी कहा।
अतिरिक्त  डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) श्रीमती अनुपम कलेर ने कहा कि डीआरआई योजना में अधिक से अधिक गरीब लोगों को ऋण दिया जाए ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके और उनका जीवन स्तर ऊंचा हो सके। उन्होंने बैंकों को जोर देकर कहा कि प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अधीन ज्यादा से ज्यादा गरीब लोगों का बीमा किया जाए। 
बैठक को संबोधित करते हुए पंजाब नेशनल बैंक के उप महाप्रबंधक श्री संजीव सेठ ने बताया कि जिला होशियारपुर में बैंकों में जमा राशि जो कि सितंबर 2017 में 26182 करोड़ रु पये थी, सितंबर 2018 में बढक़र 27677 करोड़ रु पये हो गई, इसी तरह बैंकों द्वारा दिए गए कुल ऋण की राशि जो सितंबर 2017 में 7650 करोड़ रु पये थी, सितंबर 2018 में बढक़र 8373 करोड़ रु पये हो गई। 
डी.डी.एम नाबार्ड श्रीमती इंद्रजीत कौर ने बताया कि सितंबर 2018 तक जिले में 4890 स्वयं सहायता समूहों के बैंक में बचत खाते खोले गए, इनमें से 3457 स्वयं सहायता समूहों को बैंक की तरफ से ऋण दिए गए हैं। उन्होंने बैंकों को जोर देकर कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा स्वयं सहायता समूहों को बैंक ऋण के साथ जोड़ें।
लीड जिला मैनेजर श्री राम कृष्ण चोपड़ा ने बताया कि जिले के बैंकों की तरफ से सितंबर 2018 तक 182926 किसानों को 5715.37 करोड़ रु पये के किसान  कार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने बैंकों को सी.डी. रेशो में और बेहतरी लाने के लिए अधिक से अधिक ऋण देने के लिए कहा। उन्होंने बैंक अधिकारियों से अनुरोध किया कि नए उद्यमियों को अधिक से अधिक ऋण प्रदान करें ताकि जिले में नए उद्योग लग सकें और लोगों को रोजगार के ज्यादा अवसर उपलब्ध हो सकें। उन्होंने जिला प्रशासन का बैंकों को अधिक  से अधिक सहयोग देने के लिए धन्यवाद किया। इस मौके पर आर.बी.आई के एल.डी.ओ. श्री संजीव कैन के अलावा बैंको व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

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