मातृत्व का नाम बदलकर ‘मेरा दौलत मातृ एवं शिशु अस्पताल रखना सरकार का निर्णय सराहनीय : रविनंदन बाजवा

मातृत्व का नाम बदलकर’मेरा दौलत मातृ एवं शिशु अस्पताल रखना सरकार का निर्णय सराहनीय : रविनंदन बाजवा


बटाला,8 जुलाई (अविनाश, संजीव नैयर) : पंजाब सरकार ने पहले पातशाही जगत गुरु श्री गुरु नानक देव जी के बाद राज्य के 37 प्रसूति अस्पतालों के नाम तय किए हैं। श्री रविनंदन सिंह बाजवा अध्यक्ष जिला परिषद गुरदासपुर ने निर्णय का स्वागत किया।

बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार का यह अनूठा कदम गुरु नानक देव जी की 550 वीं जयंती में दाई माई दौलत के लिए एक श्रद्धांजलि थी। उन्होंने कहा कि माई दौलत वह भाग्यशाली व्यक्ति थे जिन्होंने सबसे पहले गुरु नानक देव जी के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी के जीवन के पहले कुछ महीनों में मेरे धन का बहुत बड़ा योगदान था, जिसे पंजाब सरकार ने मान्यता के रूप में लिया है।

अध्यक्ष रविनंदन सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार के इस निर्णय से विभाग के प्रशिक्षित स्टाफ नर्स, ए.एन.एम. अन्य कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे बहुत महत्वपूर्ण काम को भी उचित मान्यता दी जाएगी और वे अधिक साहस, उत्साह और समर्पण के साथ काम करेंगे।

बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मार्गदर्शन में शुरू की गई इस परियोजना के तहत, राज्य में स्थापित किए जाने वाले कुल 37 ‘माय दौलत मैटरनिटी एंड चाइल्ड हॉस्पिटल्स’ में से 26 को पहले ही पूरा कर लिया गया है, जबकि शेष अस्पतालों को एक साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। पूरा हो जाएगा।


उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के बाद, लगभग 39.50 करोड़ की लागत से 9 मातृ एवं शिशु अस्पतालों का निर्माण पूरा किया गया है। (दसूहा,समाना,मलेरकोटला,खन्ना,तरनतारन, पठानकोट,फतेहगढ़ चुरियन,भाम और राजपुरा) और संगरूर, नकोदर,मोगा,फतेहगढ़ साहिब, गोनियाना, मलोट,गिद्दड़बाहा, फगवाड़ा,खरड,बुढलाडा और जगराओं में 11 माई दौलत मातृ एवं शिशु अस्पताल निर्माणाधीन हैं।

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