जिले में विकास कार्य होने के साथ बड़ी स्तरीय पर लोगों को रोजगार मिला : उपायुक्त गुरदासपुर

बटाला, 28 जुलाई (संजीव नैयर,अविनाश) : उपायुक्त गुरदासपुर मोहम्मद इश्फाक के नेतृत्व में सीमावर्ती जिला गुरदासपुर में मनरेगा योजना के तहत विकास कार्य जोरों पर हैं। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना जिला गुरदासपुर के लिए ‘एक पंथ, दो काम’ साबित हो रही है, क्योंकि यह ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ गांवों के समग्र विकास में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है। मनरेगा के तहत विकास कार्यों ने गांवों का चेहरा बदल दिया है और लोग पंजाब सरकार और जिला प्रशासन की पहल से पूरी तरह से संतुष्ट हैं।
मनरेगा के तहत चल रहे विकास कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए, उपायुक्त मोहम्मद इश्फाक ने कहा कि मनरेगा योजना के तहत जिले में अब तक 15 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकास कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना मुख्य रूप से लोगों को रोजगार प्रदान करने के लिए  है और वह अधिक से अधिक संख्या में लोगों को रोजगार प्रदान करने की पूरी कोशिश कर रहे  है।

उपायुक्त ने कहा कि कोविद -19 के चलते  काम-काज बंद होने के कारण लोगो को आर्थिक तौर पर मुश्किलो का सामना करना पड़ा है और जिला प्रशासन के प्रयासों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, जो लोगों के लिए एक बड़ी राहत है। उन्होंने कहा कि गांवों में मनरेगा के तहत तालाबों की सफाई, गलियों और नालियों के निर्माण, बर्मा पर मिट्टी भरने, पार्कों के निर्माण सहित विभिन्न विकास कार्य प्रगति पर है।उपायुक्त मोहम्मद इश्फाक ने कहा कि मनरेगा योजना लोगों को संबद्ध व्यवसायों में संलग्न करने में मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत, मवेशियों के लिए शेड, बकरियों के लिए शेड, सूअरों के लिए शेड और पोल्ट्री फार्म के लिए शेड उन लोगों को प्रदान किए जाएंगे, जिनके पास 2.5 एकड़ की जमीन और 5 एकड़ तक बंजर जमीन है। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भी मदद कर रही है, क्योंकि पंचायतें गांवों में पेड़ लगा सकती हैं और उनकी देखभाल के लिए मनरेगा के तहत ‘वन मित्र’ रख सकती हैं। उपायुक्त ने जिले के सभी पंचायतों से अपने गाँवों के विकास के लिए मनरेगा के तहत अधिक से अधिक विकास कार्य कराने की अपील की।

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