LATEST: शिक्षा विभाग ने पराली न जलाने के लिए चलाई जगारूकता मुहिंम, बच्चो अंकल को समझाओ, पराली को आग न लगाओ’

शिक्षा विभाग ने पराली न जलाने के लिए चलाई जगारूकता मुहिंम
’बच्चो अंकल को समझाओ, पराली को आग न लगाओ’

पठानकोट, 11 अक्तूबर ( राजिंदर राजन ब्यूरो )

शिक्षा विभाग द्वारा जहां स्कूल बंद होने के बावजूद भी विद्यार्थियों की आनलाइन शैक्षिणक और सह -शैक्षिणक गतिविधियों का सिलसिला निर्विघ्न जारी है। वहीं विभाग द्वारा अपने विद्यार्थियों को वातावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई जा रही है।


इस संबंधी जानकारी देते जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी स. जगजीत सिंह और जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंट्री श्री बलदेव राज ने बताया कि सरकारी स्कूलों में बड़े स्तर पर पौधे लगा कर हरियाली को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के द्वारा सोशल मीडिया के अलग-अलग साधनों के माध्यम से पराली न जलाने के बारे में किसानों को जागरूकता संदेश दिए जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से विभाग की सोशल मीडिया टीम द्वारा इस गंभीर समस्या को रोकने के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए विलक्षण प्रयास करते हुए ’पराली को न आग लगाओ, प्रदूषण मुक्त पंजाब बनाओ’और’बच्चो अंकल को समझाओ, पराली को आग न लगाओ’ का संदेश देते रंग-बिरंगे पोस्टर जारी किए जा रहे हैं।
इस संबंधी शहीद मक्खन सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पठानकोट के शिक्षक ब्रिज राज का कहना है कि पराली जलाने के रुझान के कारण वातावरण प्रदूषित होता है और पराली जलाने से पैदा हुए धुएं से सांस, दमे और आंखों की बीमारियों में बढ़ौतरी होती है और जमीन को उपजाऊ बनाने वाले कई मित्र कीड़े -मकौड़े और पक्षी भी आग की भेंट चढ़ जाते हैं।
इस संबंधी सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नरोट मैहरा के विद्यार्थी अर्पन कलोतरा का कहना है कि हमारे अध्यापकों के सहयोग से हम अपने वातावरण को बचाने के लिए किसानों को धान की फसल के अवशेषों को न जलाने की अपील करते हैं जिससे वातावरण स्वच्छ बना रहे।
फोटो कैप्शन:- शिक्षा विभाग की सोशल मीडिया टीम की तरफ से जारी किए गए पोस्टर।
जिला शिक्षा अफसर सेकंडरी स.जगजीत सिंह, जिला शिक्षा अफसर एलीमेंट्री श्री बलदेव राज, शिक्षक बलदेव राज और विद्यार्थी अर्पन कलोतरा।

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