LATEST: उद्योग विभाग ने कोविड-19 के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए उद्योगों को फिर पटरी पर लाने के लिए कई बेमिसाल कदम उठाए-सुंदर शाम अरोड़ा

उद्योग विभाग ने कोविड-19 के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए उद्योगों को फिर पटरी पर लाने के लिए कई बेमिसाल कदम उठाए-सुंदर शाम अरोड़ा

होशिआरपुर , 26 जुलाई (आदेश ):
 
पंजाब के उद्योग विभाग ने कोविड-19 के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए उद्योगों को फिर पटरी पर लाने और आर्थिक गतिविधियों की जल्द और सुरक्षित बहाली करने को यकीनी बनाने के लिए कई बेमिसाल कदम उठाए हैं, जिससे उद्योगों को पुनर्जीवित किया जा सके।
यह जानकारी राज्य के उद्योग मंत्री श्री सुन्दर शाम अरोड़ा ने विभिन्न औद्योगिक घरानों द्वारा समय की नज़ाकत को समझते हुए और महामारी के विरुद्ध लडऩे के लिए पी.पी.ईज़ के उत्पादन में महत्वपूर्ण सहयोग को दिखाते दी।
 
आर्थिक गतिविधियों को पुनर्जीवित करने में उद्योगों पर पूर्ण विश्वास ज़ाहिर करते हुए श्री अरोड़ा ने कहा कि हम जानते हैं कि कोविड-19 महामारी और इसके नतीजे के तौर पर हुई तालाबन्दी ने औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को काफ़ी प्रभावित किया और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ा। विश्वव्यापी प्रभाव होने के कारण पंजाब इससे बचा नहीं रह सकता, परन्तु हमने राज्य में आर्थिक गतिविधियों को फिर चालू करने हेतु अनेकों सकारात्मक कदम उठाए हैं।
 
 
कोविड-19 के फैलने से पैदा हुई चुनौतियों का जि़क्र करते हुए उन्होंने कहा कि महामारी से पैदा हुई विराट चुनौतियों ने पूरे भारत में माँग और सप्लाई की श्रृंखला को बिगाड़ दिया है और पर्यटन, मेहमाननवाज़ी और उड्डयन क्षेत्रों को मौजूदा संकट के दौरान अनेकों चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
चीन से कच्चे माल की सप्लाई में देरी के कारण उत्पादन क्षेत्र के कई उद्योग जो चीन पर अपनी उत्पादन सम्बन्धी ज़रूरतों के लिए निर्भर करते हैं, बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
 
उन्होंने कहा कि वाहनों, फार्मासूटीकल्ज़, इलैक्ट्रॉनिक्स, रसायनिक उत्पाद आदि क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
उद्योग की समकालीन कार्यवाही के लिए सराहना करते हुए जब देश को शरीर ढकने और एन-95 और एन-99 मास्क जैसे निजी बचाव उपकरण (पी.पी.ई.) की भारी कमी का सामना करना पड़ा, उन्होंने कहा कि पंजाब में उद्योग, विशेष तौर पर टेक्स्टाईल उद्योग ने महामारी के दौरान समय की ज़रूरत को समझते हुए तत्काल कार्यवाही की।
 
पंजाब पी.पी.ई. उद्योग में 24 मार्च को ज़ीरो पीपीई ईकाइयों से लेकर आज शरीर ढकने वाले सुरक्षा उपकरण तैयार करने वाले 139 मंज़ूरशुदा निर्माता हैं। यहाँ एन-95 मास्क तैयार करने वाले 15 निर्माता भी हैं। शरीर ढकने वाले सुरक्षा उपकरणों के लिए कुल उत्पादन सामथ्र्य 5,49,050 पीस है, जिसमें से उपलब्ध अतिरिक्त सामथ्र्य 3,91,950 पीस है।
 
तालाबन्दी के दौरान लिए गए कई फ़ैसलों संबंधी जानकारी देते हुए श्री अरोड़ा ने कहा कि पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने पी.पी.सी.बी. की डोमेन अधीन सीटीयी / सीटीओ, अधिकार, रजिस्ट्रेशन और अन्य लाजि़मी रेगुलेटरी क्लीयरेंस की समय सीमा 30 जून, 2020 तक बढ़ाई गई थी। इसके अलावा ब्ऑइलरज़ को चलाने / मंज़ूरी देने वालों / निर्माताओं को ब्ऑइलरज़ एक्ट के अधीन मंज़ूरी और समय सीमा को 15 मार्च, 2020 से 30 जून, 2020 तक बढ़ाया गया था।
 
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमटिड ने तालाबन्दी के दौरान 24 घंटे निर्विघ्न बिजली की सप्लाई को यकीनी बनाया है और बिजली बिलों की आगामी अदायगी करने वाले प्रयोक्ताओं पर 1 प्रतिशत प्रति महीना ब्याज को यकीनी बनाया, जिससे उपभोक्ता लगभग 12 प्रतिशत ब्याज सालाना (फिक्स्ड डिपॉजि़ट और ब्याज की दर की अपेक्षा दोगुनी) कमाने के योग्य बनाया।
 
इसके अलावा राज्य सरकार ने बिजली के उपभोग वाले मध्यम और बड़े सप्लाई वाले औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए तालाबन्दी की समय सीमा से 2 महीनों के लिए भाव 23 मार्च, 2020 से मौजूदा बिजली बिलों की अदायगी न करने के कारण क्रैकशन काटने से छूट दी है।

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