बैराज संघर्ष कमेटी का स्थायी धरना शुरू
बैराज संघर्ष कमेटी जुगियाल जैनी ने चीफ आफिस के समक्ष लगाया पक्का डेरा
छह मांह का राशन साथ लेकर डटे धरने पर
मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा धरना — दयाल सिंह
पठानकोट (जुगियाल) केके हैप्पी 20 जनवरी
शाहपुर कंडी टाउन शिप के चीफ कार्यलय समक्ष धरने पर बैठे अध्यक्ष दयाल सिंह साथ मे बैराज संघर्ष कमेटी जुगियाल जैनी के सदस्य।
दिल्ली के बार्डर पर किसानों के स्थायी मोर्चे को देखते हुये बैराज संघर्ष कमेटी जुगियाल जैनी की ओर से अध्यक्ष दयाल सिंह की अध्यक्षता मे शाहपुर कंडी टाउन शिप के चीफ कार्यलय समक्ष स्थायी धरना लगा दिया है जिस की जानकारी देते हुये दयाल सिंह ने बताया कि यह धरना भी दिल्ली के बर्डर की तरह लगाया गया है जिस मे हम लोग छह मांह का राशन साथ लेकर आए है और जब तक उनकी मांग पूरी नही होती तब तक हम लोग यही खाना बनाये गे और यही खाये गे और यही रात्री को भी रहेगे। उन्होने कहा अगर जरूरत पड़ी तो यह धरना और भी लम्बा चलाया जा सकता है।
राशन और पानी की टंकी सहित खड़े टरैक्टर।
उन्होने बताया कि वह प्रशासन के झुठे लारों से परेशान हो चुके है और अब वह आर पार की लड़ाई लगे गे। उन्होने कहा कि अब यां तो वह यहां से अपनी मांग पूरा करवा कर उठेगे यां यही पर दम तोड़ देगे। उन्होने बताया कि गांव अदियाल से लेकर माधोपुर तक 6 किल्लोमीटर के ऐरीआ मे 17 गावों की बैराज बांध और नहर बनाने के लिये जमीने अधिगृह हुई है। जिस के कोटे मे 290 व्यक्तिों को रोजगार दिया गया है पर इन 17 गावों के गांव राजपूरा, हरूर, खला, सिदोड़ी और गांव माधोपुर के मात्र 30 व्यक्तियों को ही रोजगार मिल सका है जो मूल रूप से इन गावों के निवासी थे। उन्होने बताया कि इन 290 लोगों से 260 लोग ऐसे है जो बाहर से आ कर मात्र ऐक ऐक मरला जमीन खरीद कर यहां से निवासी बन बांध प्रशासन की मिली भगत से अपना बैराज औसती प्रमाण पत्र बना कर रोजगार हासिल करने मे सफल हुये है। उन्होने कहा कि जिन लोगों की 50-50 ऐकड़ जमीन अधिगृह हुई है वह रोजगार के लिये धक्के खा रहे है। उन्होने बताया कि सरकार द्वारा बनाई गई पालिसी के तहत केवल 17 गावों के व्यक्तियों को रोजगार देना था पर बाहर से लोगों ने यहां आ कर यहां के वसनीक बन रोजगार हासिल कर लिया जो शरेआम धक्का शाही है। उन्होने कहा कि जिन लोगों की जगह असल मे वहां अधिगृह हुई है वह रोजगार से वंचित रह गये।
उन्होने बताया कि बताया कि एसडीएम सौरव अरोड़ा की जांच के अनुसार बैराज प्रोजैक्ट पर गलत ढंग से 50 कर्मचारियों रोजगार प्राप्त कर चुके है पर उनकी किसी भी तरीके से सुनवाई नही हो रही। उन्होने बताया कि 31 मई 2019 को एसडीएम धार ने अपनी रिप्रोट मे साफ लिखा है कि 50 लोगों ने गलत ढंग से रोजगार हासिल किया है। पर डीसी को भेजी गई रिपोर्ट पर अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई। उन्होने बताया कि पिछले 27 सालों से उनके साथ कोई इंसाफ नही हो रहा उन्होने बताया कि इन दोनों लोगों के द्वारा कम से कम 500 धरने तथा बैराज औसती संघर्ष कमेटी की ओर से लगभग 150 धरना लगाया जा चुका है। इस के इलावा 20 मई 2019, 5 अगस्त 2019 को भी वह दोनों लोग मलिकपुर टंकी पर आत्म हत्या करने के लिये चढ़े थे पर उस समय भी आश्वासन ही मिला। उन्होने कहा कि अब बैराज औसती अपनी जीवन लीला खत्म करने पर तूले हुये है। इस मौके पर उन्होने उनको रोजगार तथा गलत ढंग से रखे 50 बांध औसतियों को फौरी तौर पर निकालने की अपील की साथ मे पटवारी पर कारवाई की जाये और असल मे हकदार बैराज औसतियों को रोजगार दिया जाये।
इस अवसर पर कमेटी के अध्यक्ष दयाल सिंह, दिलावर सिंह, कर्णवीर सिंह, जापान सिंह, औंकार सिंह, गुरदीप सिंह, शरम सिंह, कुलविंदर सिंह, अर्जुन ङ्क्षसह, अरूण सिंह, बस्सन सिंह, दिलवाग सिंह, सरवन सिंह, गुंरनाम सिंह, सतनाम सिंह व अन्य उपस्थित थे।

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