बड़ी खबर : कनाडा ने ‘थर्ड कंट्री रूट’ से आने वाले भारतीयों को अपने देश में आने की परमिशन दी

टोरंटो (साहिल प्रीत सिंह ब्यूरो ): कोरोना महामारी की वजह से भारत और कनाडा के बीच फ्लाइट सर्विस 21 जुलाई तक सस्पेंड है, लेकिन कनाडा ने अब पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुके लोगों के लिए अपने देश के दरवाजे खोल दिए हैं। कनाडा ने ‘थर्ड कंट्री रूट’ से आने वाले भारतीयों को अपने देश में आने की परमिशन दे दी है।

कनाडा ने इस संबंध में अपडेटेड ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी कर दी है। ऑफिशियल ट्रैवल एडवाइजर ने अपने बयान में कहा कि भारत से कनाडा जाने वाले लोग अप्रत्यक्ष रास्ते की फ्लाइट से कनाडा जा सकते हैं। इस दौरान उन्हें कोविड टेस्ट से गुजरना होगा। रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही फ्लाइट में बोर्डिंग की परमिशन होगी।

ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया है कि कोविड नेगेटिव रिपोर्ट तीसरे देश की ही होनी चाहिए, क्योंकि कनाडा भारत की मॉलिक्युलर टेस्ट (Moleculer Test) की रिपोर्ट को फिलहाल स्वीकार नहीं कर रहा है।

कनाडा सरकार ने भारत के लिए एक ग्लोबल ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि अगर कोई यात्री जो पहले कोरोना संक्रमित पाया गया हो और वो कनाडा की यात्रा करने वाला है, तो उसे कोरोना टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। कोरोना टेस्ट यात्रा से पहले 14 से 90 दिन के बीच ही होना चाहिए। ये रिपोर्ट किसी तीसरे देश की होनी चाहिए। इसके अलावा अगर कोई यात्री पॉजिटिव आता है तो उसे तीसरे देश में 14 दिन क्वारंटाइन में बिताने होंगे।

कनाडा की इस अपडेटेड एडवाइजरी से पेशेवर, स्टूडेंट्स या अन्य कारणों से देश की यात्रा करने के इच्छुक भारतीयों की समस्या और बढ़ा दी हैं। एडवाइजरी के मुताबिक, रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर भारतीय यात्री को तीसरे देश में 14 दिन क्वॉरंटाइन रहना होगा। इससे उनका समय बर्बाद होगा ही और तीसरे देश में रहने के खर्चे भी बढ़ेंगे।

 कनाडा भारतीय यात्रियों पर यात्रा संबंधी प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश नहीं है। कई देशों ने भारत से आने वाले यात्रियों की एंट्री पर बैन लगा रखा है। खासतौर पर कोविड संक्रमित हो चुके लोगों के लिए तो नियम सख्त हैं। अगर एयरपोर्ट पर टेस्टिंग के दौरान यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे तुरंत 14 दिन के लिए क्वारंटाइन होना पड़ता है।

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