LATEST -हैप्पी जुगियाल ::- शाहपुर कंडी टाउन शिप के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में जम्मू कश्मीर के रह रहे 109 लोगों का क्वारंटाइन फिर बढ़ा


KAMAL KRISHAN HAPPY
(STAFF REPORTER)
Jugial (PATHANKOT)
CANADIAN DOABA TIMES

-फिर प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन
-वापस जाने की मांग उठाई 
-मजदूरों ने कहा जाने का अगर नही साधन तो हम पैदल ही अपने घरों मे जाने को तैयार
-नरेश महाजन एसई हैडक्वाटर व इंचार्ज केशव हाल ने 19 अप्रैल तक भेजने का आश्वासन दिया 

16 अप्रैल : हैप्पी जुगियाल

कोविड-19 की महामारी के चलते तथा प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए 30 मार्च को जम्मू कश्मीर जाने वाले 110  प्रवासी मजदूरों को शाहपुर कंडी टाउन शिप के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के केशव सतसंग  हाल में 14 दिन के लिये क्वारंटाइन किया गया था क्योंकि जम्मू कश्मीर सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों को अपने राच्य की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया था। मजबूरी ने जिला प्रशासन के इन लोगों को श्री लक्ष्मी नारायण के मंदिर मे ठहराना उचित समझा। दो मरीजों का स्वास्थ ठीक ना होने के कारण उनकों पठानकोट के सिवल अस्पताल मे भेज दिया गया था बकाया 109 प्रवासी मजदूरों  को पिछले 17 दिनों से पुलिस प्रशासन, श्री अद्धैत स्वरूप आश्रम के महा मंडलेश्वर, शिव सैनिक, कर्मचारी दल पंजाब और युवा संगठन जुगियाल की ओर से दो समय इनके खान पान की व्यवस्था की जा रही है। पर इन लोगों को 14 दिन की अवधि 13 अप्रैल पूरी हो गई थी पर प्रशासन के उनको 14 दिन के बाद  13 अप्रैल को नही छोड़ा मजदूरों के विरोध करने पर डीएसपी अजय कुमार और एसई हैडक्वाटर नरेश महाजन ने उनको समझाया और 16 अप्रैल को उनके घरों मे भेजने का आश्वासन दिया। पर अब 16 अप्रैल को भी इन मजदूरों को उनके घरों मे नही भेजा गया जिस पर इन प्रवासी मजदूरों ने एक बार फिर प्रशासन और जम्मू कश्मीर सरकार के विरोध मे रोष प्रदर्शन किया। इस रोष प्रदर्शन के दौरान गुल मुहमंद, रफीका, कुलदीप सिंह, विशाल, हनीफ, शंकर सिंह, विधि सिंह, सोनू, विकास, युसुफ, पंकज, विशाल के कहा कि उनको श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर मे दो वक्त का पेट भर खाना मिल रहा है तथा मैडीकल टीम के द्वारा उनके स्वास्थ की जांच भी की जा रही है पर 14 दिन और उसके बाद 17 दिन के बाद भी उनको घर नही भेजा जा रहा और अब प्रशासन के लोग उनको 20 दिन के बाद भेजने का लारा लपा लगा रहे है।

उन्होने कहा कि हम लोगों को यहां से छोड़ दिया जाये अगर जाने का कोई साधन नही है तो वह लोग पैदल ही अपने घरों मे चले जाये गे। उन्होने कहा कि उन लोगों के घरों मे उनके बच्चों की देख भाल करने वाला कोई नही है और मानसिक रूप मे बहुत परेशान है। उनहोने पंजाब सरकार और जम्मू कश्मीर सरकार से गौहार लगाई है कि उनको जल्द ही यहां से अपने घरों मे भेजा जाये। इस संबंध मे जब पठानकोट जिला प्रशासन की और से तैनात केशव हाल इंचार्ज एसई हैडक्वाटर नरेश महाजन से बात की गई तो उन्होने बताया कि पंजाब सरकार और जम्मू कश्मीर सरकार इस प्रयास के लिये निरंतर सम्पर्क मे है जिस को लेकर पिछले कल भी एक बैठक हुई थी उन्होने कहा कि उनको जम्मू कश्मीर भेजने के लिये इंतजाम किये जा रहे है उमीद है कि 19 अप्रैल तक उनको भेज दिया जाये गा। 
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements

Related posts

Leave a Reply