कोरोना के खिलाफ जंग में एक सफल योद्धा के तौर पर उभरा जिला होशियारपुर


– कोरोना वायरस पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन की ओर से उठाए गए कदम सराहनीय
– लॉकडाउन का एक माह: सुचारु ढंग से घरों तक मुहैया करवाई गई जरुरी वस्तुएं
 – डोर टू डोर पेंशन की सुविधा, जम्मू-कश्मीर से संबंधित व गुज्जर भाईचारे के परिवार का थामा हाथ
– स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आई.एम.ए. से बैठक कर प्राइनेट डाक्टरों के मोबाइल नंबर किए सार्वजनिक
– जिले के 1403 गांवों ने अपनाया स्व-एकांतवास
– लॉकडाउन के दौरान विदेशी महिला को दिल्ली पहुंचाया

होशियारपुर, 22 अप्रैल: ADESH PARMINDER SINGH
लॉकडाउन को आज करीब एक माह हो गया है व इस समय के दौरान जिला होशियारपुर देश में कोरोना के खिलाफ जंग में एक सफल योद्धा के तौर पर उभरा है। पूरी दुनिया को अपनी लपेट में लेने के बाद जब जिले की सब-डिविजन के अंतर्गत आते पी.एच.सी. पोसी कोरोना वायरस का हॉटस्पाट बना तो डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अपनीत रियात ने ऐसी रणनीति बनाई कि आज पिछले 22 दिनों से कोई भी पाजीटिव केस सामने नहीं आया।

शुरुआती दौर में कोरोना पाजीटिव गांव मोरांवाली के 5 व पैंसरा का 1 एक मरीज सामने आया था और आज 3 मरीज पूरी तरह ठीक होकर घर जा चुके हैं, बाकी रहते 2 मरीजों का पहला टैस्ट नैगेटिव आया है व दूसरी नैगेटिव रिपोर्ट के बाद इनको घर भेज दिया जाएगा। जिले का इटली से आया एक व्यक्ति, जिसका अमृतसर में इलाज चल रहा था, वह भी ठीक होकर अपने घर, गांव खनूर पहुंच चुका है। कोरोना के एक पहले पाजीटिव मरीज की अमृतसर में मौत हो चुकी है।
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अपनीत रियात ने बताया कि पंजाब सरकार के निर्देशों पर प्रशासन ने पाजीटिव केस सामने आते ही होम क्वारंटाइन सख्ती से लागू कर दिया व लगातार फालोअप लेना शुरु कर दिया, जिसकी बदौलत आज 22 दिन के बाद भी कोई पाजीटिव केस सामने नहीं आया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के शुरुआती दौर में जिला वासियों को घरों में ही जरुरी वस्तुएं व दवाईयां पहुंचाना एक चुनौती था, पर पंजाब सरकार की गंभीरता व अधिकारियों की ओर से तनदेही से निभाई ड्यूटी व अलग-अलग संस्थाओं के सहयोग से इस संबंधी भी विशेष कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि होम डिलीवरी के माध्यम से करियाने की जरुरी वस्तुएं व दवाईयां घरों तक पहुंचाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को समस्या का सामना न करना पड़े, इस लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रुम स्थापित किया गया, जहां करीब 5600 से ज्यादा समस्याओं का निपटारा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिला वासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं सुचारु ढंग से मुहैया करवाने के लिए जहां प्राइवेट अस्पतालों को इमरजेंसी व ओ.पी.डी. सेवा शुरु करने के निर्देश दिए गए, वहीं आई.एम.ए. के साथ बैठक कर प्राइवेट डाक्टरों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आनलाइन बुकिंग के माध्यम से घरेलू गैस की सप्लाई व दूध की सप्लाई के अलावा घरों तक सब्जी व फल की सप्लाई यकीनी बनाई गई। उन्होंने कहा कि किसी भी वस्तु की जरुरत से अधिक कीमत न वसूली जाए, इस लिए भी पैनी नजर रखी गई। उन्होंने कहा कि जिला रैड क्रास सोसायटी व अन्य संस्थाओं के सहयोग से जरुरतमंदों तक भोजन व राशन सामग्री भी पहुंचाई गई। इसमें सबसे बड़ा योगदान धन गुरु राम दास जी लंगर सेवा सोसायटी का रहा है, जो कि रोजाना लाखों लोगों तक भोजन पहुंचाने का कार्य कर रही है।
श्रीमती अपनीत रियात ने कहा कि कोरोना पर नकेल कसने में गांवों का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि जिले के 1403 गांवों की ओर से स्व-एकांतवास अपनाया गया व अपने गांवों में नाके लगाए गए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से शहरों व कस्बों के अलावा जिले के 1429 गांवों में दो बार रोगाणु मुक्त छिडक़ाव भी करवाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि कफ्र्यू के कारण जिले में फंसे जम्मू-कश्मीर के 107 व्यक्तियों के लिए राधा-स्वामी सत्संग घर टांडा में मुकेरियां में रिहायश व खाने की सुविधा मुहैया करवाई गई है व रोजाना इनका मैडिकल चैकअप भी करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रशासन की ओर से हिमाचल प्रदेश जा रहे गुज्जर भाईचारे के 6 परिवारों के 30 सदस्यों को हर सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। प्रशासन की ओर से इनको राशन के अलावा दवाईयां भी उपलब्ध करवाई जा रही है व साथ ही इनके दूध को भी सही कीमत पर सप्लाई करवाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डाक विभाग की ओर से घर-घर जाकर बुढ़ापा व अन्य वित्तिय सहायता स्कीमों के लाभार्थियों को पेंशन वितरित की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सब्जी-फल विक्रेताओं पर नजर रखने के लिए 100 सिविल डिफैंस वालंटियरों को तैनात किया, ताकि लोगों को सही मूल्य पर जरुरी सेवाएं मुहैया करवाई जा सकें।
डिप्टी कमिश्नर ने लॉकडाउन के दौरान यूक्रेन से आई एक महिला, जो एक होटल में रह रही थी व दिल्ली जाना चाहती थी, को भी प्रशासन की ओर से दिल्ली भेजा गया। उन्होंने जहां जिला वासियों का आभार जताया, वहीं मीडिया व अलग-अलग संस्थाओं की ओर से दिए जा रहे सहयोग की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि जिल तरह पहले घरों में रहकर सहयोग किया गया है, इसी तरह अब भी किया जाए। उन्होंने कहा कि कफ्र्यू के दौरान गेहूं की खरीद के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं व किसानों को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कोरोना के खिलाफ फ्रंटलाइन पर ड्यूटी निभाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की हौंसला आफजाई करते हुए कहा कि उनकी ओर से तनदेही से निभाई जा रही डयूटी के चलते ही कोविड-19 के प्रभाव को फैलने से रोका जा सका है।
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