डिप्टी कमिश्नर : कृषि में  सुरजीत सिंह जैसे किसानों का महत्वपूर्ण योगदान

प्रगतिशील किसान सुरजीत की आविष्कारी सोच ने बना दिया उसे जुगाड़ी किसान
– कृषि में तकनीक के जरिए बदलाव लाने पर मिल चुका है राष्ट्रपति पुरस्कार
– दूर-दूर तक बिकती है सुरजीत सिंह की ओर से बनाई वर्मी-कंपोस्ट  व केचूंए
– गांव के 30 बेरोजगार युवकों को दे रहे हैं रोजगार
होशियारपुर, 29 नवंबर:
होशियारपुर के गांव चगरां के प्रगतिशील किसान सुरजीत सिंह की आविष्कारी सोच ने उसे जुगाड़ी किसान बना दिया है, वह कृषि से जुड़े व्यवसायों में संभावनाओं की तलाश करता है और अपने देसी अंदाज में उसे नया रु प दे देता है। यही कारण है कि इस प्रगतिशील किसान को राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। यह सम्मान 24 दिसंबर 2010 को उदयपुर में मिला था। वहीं आई.सी.ए.आर की ओर से 12-13 दिसंबर 2010 को को मैसूर में मनाए गए नेशनल इनोवेटरस मीट के दौरान इन्हें जुगाड़ी किसान का पुरस्कार दिया गया।
              डिप्टी कमिश्नर श्रीमती ईशा कालिया ने बताया कि कृषि में नई तकनीक अपनाना किसानों के लिए काफी लाभप्रद साबित हो रही है। कृषि में नई तकनीक अपनाने से जहां किसान आर्थिक पक्ष से मजबूत होता है वहीं लेबर की भी बचत होती है।  उन्होंने कहा कि कृषि में विविधता समय की मांग है और सुरजीत सिंह जैसे किसान कृषि मेें बदलाव कर इसे लाभप्रद बना रहे हैं जो कि आज के किसानों के लिए मिसाल है। उन्होंने किसानों को फसली चक्र से निकलते हुए वैकल्पिक खेती करने पर जोर देते हुए कहा कि श्री सुरजीत सिंह जैसे प्रगतिशील किसानों को प्रेरणा ोत बना कर बाकी किसान कृषि की आधुनिक तकनीकों को अपनाने को प्राथमिकता दें।
 प्रगतिशील किसान श्री सुरजीत सिंह ने बताया कि उसने हाथ से मक्क ी के दाने निकालने वाली मशीन जो कि स्टैंड पर जुड़ी है की खोज की है। इस छोटी मशीन से मक्की की छल्लियों के दाने बड़ी आसानी से निकाले जा सकते हैं। मुख्य तौर पर बिजाई के लिए दाने निकाल कर रखने के लिए यह बहुत ही कारगर मशीन है। इसके अलावा उनकी ओर से अन्य जरु री उपकरणों में बदलाव कर उसे जरु रत अनुसार तैयार किया गया है।
                   मुख्य कृषि अधिकारी श्री विनय कुमार ने बताया कि प्रगतिशील किसान सुरजीत सिंह को कृषि में नई तकनीक सीख कर उसे सफलतापूर्वक लागू करने के लिए उन्हें ब्लाक स्तर, जिला स्तर, प्रदेश स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वे आत्मा की गवर्निंग बाडी के सदस्य  के अलावा जिला ऊपज कमेटी, फार्मर एजवाईजरी कमेटी पी.ए.यू होशियारपुर, यंग फार्मरज क्लब एंड एनिमल हसबेंडरी पी.ए.यू. लुधियाना, ग्रीन प्लैनट संस्था व गांव चगरां को-आप्रेटिव सोसायटी के सदस्य भी हैं।
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