संयुक्त संघर्ष कमेटी ने फिर किया पंजाब सरकार का सियापा

काले झंडे व काले बिल्ले लगा किया पंजाब सरकार का विरोध

सीई कार्यालय के बाहर निकाली रोष वाइक रैली,जिला पठानकोट के तीनों विधायकों को दिया मांग पत्र 

संवाददाता सूत्र 6283622953 जुगियाल /पठानकोट (केके हैप्पी) : रणजीत सागर बांध एंव शाहपुर कंडी बैराज पर कार्यरत कर्मचारी संगठनों की और से गठित संयुक्त संघर्ष कमेटी के बैनर तले स्थानीय चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर कर्मचारियों ने काले झंडे व काले बिल्ले लगा कर विशाल रोष प्रदर्शन कर तथा बाद में वाईक रैली निकाल कर तीनों विधायकों को मांग पत्र दिया। रोष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघर्ष कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारी कामरेड नत्था सिंह टडवाल, सीटू के अध्यक्ष जसवंत संधू,पंजाब कर्मचारी दल के अध्यक्ष सलविंद्र सिंह लाधुपुर,तालमेल कमेटी सचिव रोशन लाल भगत, सुरिंद्र सिंह मान, जनक विशिष्ठ, सतेंद्र पराशर, मास्टर लखविंद्र सिंह,नरोत्तम कुमार,सोहन लाल,पंप ओपरेटर यूनियन के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह काश्तीवाल, सचिव निशान सिंह भिंडर व अन्य ने कहा किे पंजाब सरकार इस समय पूरी तरह कर्मचारी विरोधी निर्णय ले रही है।

जिसके तहत बांध परियोजना पर कार्यरत कर्मचारियों के विरोध मे पुर्न गठन की नीति के तहत यहां से 1247 कर्मचारियों को बाहर करने के लिए साजिश रची गई है। उन्होने कहा कि बांध परियोजना के रख रखाव के लिए यहां पर लगभग चार हजार कर्मचारियों की जरूरत है पर पंजाब सरकार केवल यहां पर 2294 कर्मचारियों को ही रखने के लिए एसएनई  देने की तैयारी कर रही है, जिससे कई कर्मचारियों के बेरोजगार होने की संभावना भी बन सकती है।

कमेटी ने कहा कि आज संघर्ष  कमेटी व बांध कर्मचारियों की और से चेतावनी के तौर पर जिले के तीनों विधायकों को कर्मचारियों की उचित मांगों का मांग पत्र दिया गया है तथा यदि फिर भी सरकार ने उनके हितों की रक्षा के लिए ठोस व सकारात्मक कदम नहीं उठाए तो बड़ा संघर्ष करने के लिए पूरे पंजाब प्रांत के हर वर्ग के सभी कर्मचारी विवश हो जाएगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी।उन्होंने पंजाब सरकार को यह भी चेतावनी दी कि कोई भी सरकार बनने मे कम्रचारी वर्ग का अहिम योगदान होता है अगर उनके सााि ऐसा ही सलूक किया जाये गा तो जल्द ही सभी कर्मचारी ऐकजुट हो कर पंजाब सरकार का बोरी विस्तरा गोल करने मे कोई कसर नही छोड़े गे। उन्होने पज़ाब सरकार से उनके उचित हक्क देने की अपील की।  

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