गुरदासपुर में दो करोना संक्रमितों की मौत

जिले में दो संक्रमितों की मौत, मृतकों का कुल आंकड़ा पहुंचा 60 ​, एक्टिव मरीजों की संख्या हुई 716, ठीक होने वालों की संख्या हुई 1823 
गुरदासपुर, 3 सितंबर ( अशवनी ) :-  जिला गुरदासपुर में गुरुवार को दो अन्य संक्रमित मरीजों की अमृतसर में मौत हो गई। जिसके बाद जिले में संक्रमित मृतकों की संख्या 60 हो गई है। वहीं जिले में कुल संक्रमित मरीज 2599 पाए गए, जिसमें से 1823 मरीज ठीक हुए है तथा 716 मरीज एक्टिव है। मतृकों में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग है जोकि नौशहरा मज्जा सिंह से संबंधित है। जो 28 ​अगस्त को अमृतसर के जीएमसी में दाखिल हुआ था तथा 29 अगस्त को संक्रमित पाया गया था।
उक्त मरीज बोन कैंसर से पीड़ित था जिसकी देर रात मौत हो गई। दूसरा मरीज 79 वर्ष का बुजुर्ग था तथा गुरदासपुर से संबंधित था । इन्हे सांस लेने, बुखार, खांसी से पीड़ित था तथा दिल का मरीज था। उक्त मरीज 25 अगस्त को गुरु राम दास अस्पताल (अमृतसर) में दाखिल हुआ था तथा गुरुवार सुबह साढ़े तीन बजे उसकी मौत हो गई। अभी तक कुल 1472 मरीजों की रिपोर्ट पीसीआर टैस्ट के जरिए पॉजिटिव पाई गई है।
जबकि 344 मरीज बाहरी जिलों में संक्रमित पाए गए है। 25 मरीज ट्रूॅनाट मशीन के जरिए संक्रमित पाए गए तथा 758 मरीज रैड़िड एंटिजन टैस्टों के जरिए संक्रमित निकले। डीसी मोहम्मद इशफाक ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम के खिलाफ गलत अफवाहें फैलाने वाले 16 शरारती तत्वों के खिलाफ विभिन्न थानों में पर्चा दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को महामारी से बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। वहीं कुछ शरारती तत्व सेहत विभाग की टीम के खिलाफ गलत प्रचार कर रहे हैं और उनके काम में विघ्न डाल रहे हैं। ऐसे शरारती तत्वों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने सख्ती से काम लेना शुरु कर दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी शरारती तत्व की बातों में न आएं।डीसी मोहम्मद इशफाक ने जिला वासियों से अपील की है कि सभी का फर्ज बनता है कि अगर किसी भी तरह के कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत सरकारी अस्पताल के साथ संपर्क करें तथा अपना कोरोना टेस्ट करवाए। उन्होंने कहा कि बीमारी को छिपाए नहीं।
अगर किसी तरह के लक्षण जैसे बुखार, खांसी, जुकाम, सांस या किसी अन्य तरह के लक्षण नजर आते हैं को बिना देरी किए सरकारी अस्पताल के साथ संपर्क करें। ताकि सही समय पर कोरोना वायरस का पता लगने पर साथ ही इशला इलाज शुरु किया जा सके। डीसी ने कहा कि कोरोना टेस्ट से डरने वाली बात नहीं है। यदि किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो वे अपने में ही एकांतवास हो सकता है। सेहत विभाग द्वारा उसको खाने वाले दवाइयां आदि जी जाएंगी। लगातार उनकी सेहत का ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने लोगों को कहा कि वे अफवाहों से सचेत रहें और कोरोना बीमारी के विरुद्ध प्रशासन का सहयोग करें।
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