20 हज़ार रुपए रिश्वत लेता ए.एस.आई विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से रंगे हाथों गिरफ्तार




होशियारपुर, 13 नवंबर(चौधरी) : भ्रष्टाचार विरुद्ध चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज की तरफ से स्थानीय एंटी ह्यूमन ट्रैफकिंग यूनिट के ए.एस.आई पवन कुमार को 20 हज़ार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ़्तार किया गया।
सीनियर कप्तान पुलिस विजीलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज दलजिन्दर सिंह ढिल्लों ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता मनिन्दर कुमार शर्मा निवासी बाहटीवाल थाना गढ़दीवाल की शिकायत पर आज डी.एस.पी. विजीलैंस ब्यूरो होशियारपुर निरंजन सिंह की निगरानी में यह कार्यवाई अमल में लाई गई। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता का ज्योतिष का काम है और रजिन्दर सिंह निवासी नन्दाचोर, गुरचरन सिंह निवासी माहकोट, ज़िला मोगा उसके दोस्त हैं। रजिन्दर सिंह के पास 2012 मॉडल एक वर्ना कार थी जिसका सौदा उसने 7 लाख रुपए में गुरचरन सिंह के साथ किया और 2 लाख रुपए टोकन मनी के तौर पर रजिन्दर सिंह के खाते में आर.टी.जी. एस.के द्वारा ट्रांसफर करने थी परन्तु किसी कारण यह पैसे ट्रांसफर नहीं हुए। रजिन्दर सिंह ने गुरचरन सिंह को कहा कि यह पैसे शिकायतकर्ता मनिन्दर कुमार के खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएं जोकि उसने भेज दिए और शिकायतकर्ता ने आगे यह रकम रजिन्दर सिंह के बैंक खाते में उसी दिन ट्रांसफर कर दी। इस उपरांत रजिन्दर सिंह ने न तो गाड़ी बेची और न ही पैसे वापस किये जिस पर गुरचरन सिंह ने शिकायतकर्ता के ख़िलाफ़ मानव तस्करी से सम्बन्धित एक दरख़ास्त एस.एस. पी. होशियारपुर को दी जो जांच के लिए आर्थिक अपराध शाखा -2 को भेजी गई।

रजिन्दर सिंह और गुरचरन सिंह का 2 लाख रुपए लेने देने सम्बन्धित गांव के गणमान्यों व पंचायत की हाज़िरी में राज़ीनामा हो गया जिसकी कापी आर्थिक अपराध शाखा के ए.एस.आई बलविन्दर सिंह के कहने पर स्टेनो को सौंप दी गई। इस उपरांत करीब एक हफ़्ता पहले एंटी ह्यूमन ट्रैफकिंग यूनिट होशियारपुर से ए.एस.आई पवन कुमार का शिकायतकर्ता को फ़ोन आया और पवन कुमार ने उसको कहा कि उसके ख़िलाफ़ शिकायत पैंडिंग है जिस पर उसने बताया कि इस सम्बन्धित राज़ीनामे की कापी पहले ही दी जा चुकी है। इंस्पेक्टर ने शिकायतकर्ता को आकर मिलने के लिए कहा जिस पर वह अगले दिन वहां गए तो ए.एस.आई पवन कुमार ने मामला निपटाने के एवज़ में 50 हज़ार रुपए रिश्वत की माँग की और बाद में वह 20 हज़ार रुपए पर राज़ी हो गया।
विजीलैंस ब्यूरो को शिकायत मिलने उपरांत इंस्पेक्टर मनमोहन सिंह, सब इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह, ए.एस.आई जगरूप सिंह, गुरजीत सिंह, रणजीत सिंह, जमालदीन, अजीत सिंह आदि की टीम ने सरकारी गवाहों की हाज़िरी में पवन कुमार को रंगे हाथों गिरफ़्तार करके उससे रिश्वत की रकम मौके पर निर्यात की।शिकायतकर्ता के बयानों पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7 के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो जालंधर रेंज में मामला दर्ज किया गया।

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