पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर एपीएसयू की ओर से जिलाधीश दफ्तर पठानकोट के बाहर फूंकी पंजाब सरकार की अर्थी

सुजानपुर 23 नवंबर( रजिंदर सिंह राजन /अविनाश) : पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी तथा सीपीएफ एम्पलाइज यूनियन के प्रदेश कमेटी के फैसले के अनुसार आज संयुक्त रूप से एनपीएस ईयू के बैनर तले जिलाधीश दफ्तर मलिकपुर के बाहर रोष प्रदर्शन किया गया तथा पंजाब सरकार की अर्थी फूंकी गई। इस मौके पर विभिन्न वक्ताओं की ओर से अपने-अपने विचार रखे गए।इस अवसर पर पुरानी पेंशन वाले संघर्ष कमेटी के कन्वीनर रजनीश कुमार सीपीएफ एंप्लाइज यूनियन के अश्विनी शर्मा निर्वेश डोगरा भवानी ठाकुर राजेंद्र धीमान ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारी का हक है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर भारत की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी कर्मचारियों के हक में पुरानी पेंशन देने के फैसले सुना चुकी है लेकिन पंजाब सरकार तथा केंद्र सरकार इन मांगों को पूरा करने के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि 2004 तथा उसके बाद सरकारी सेवा में आए कर्मचारियों से पुरानी पेंशन कहां छीन कर नई पेंशन स्कीम लागू की गई है जो कि पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी है। उन्होंने कहा कि यह स्कीम कर्मचारी की को किसी भी प्रकार की आर्थिक तथा सामाजिक सुरक्षा नहीं देती। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से कर्मचारियों से 2 साल पहले वादा किया गया था कि पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल किया जाएगा। इसके लिए एक सब कमेटी की बैठक  यूनियन के पदाधिकारियों के साथ हुई थी तथा इसके लिए सरकार की ओर से रिव्यू कमेटी का गठन भी किया गया है लेकिन   यह कमेटी केवल कागजों में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि एक बार मेंबर पार्लिमेंट जा एमएलए चुने जाने के बाद मैं पेंशन के हकदार बन जाते हैं तो एक मुलाजिम जो 30 से 35 वर्ष तक विभाग में अपनी सेवा देता है उसे सेवा मुक्ति पर बिना पेंशन दर-दर की ठोकरें खानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब सरकार पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करती है तो सरकार को हर महीने करोड़ों रुपए की बचत होगी उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इससे प्रति अपनी गंभीरता दिखाए तथा अपने किए गए वायदे के अनुसार पंजाब में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की ओर से उनकी इस मांग को जल्द पूरा नहीं किया गया तो राज्य स्तर पर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी इस अवसर पर जोगेश्वर सलारिया गुरनाम सिंह सैनी राजेंद्र धीमान रणजीत सिंह सोनू कुमार गुरदीप कुमार अंकित धीमान सलविंदर सिंह विनोद कुमार रणजोध सिंह जगदीश कुमार राजेश कुमार रामदयाल धर्मेंद्र कुमार सुभाष चंद्र रवि दत्त कश्मीर सिंह गुरबचन सिंह गुरचरण सिंह अश्विनी कुमार संजीव पठानिया कृष्ण गोपाल रजनी बाला हरसिमरन नरेश कुमार तेजिंदर अमित कुमार  राजेश कुमार पवन कुमार जोगिंदर पाल अमित कुमार आदि उपस्थित थे

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