Latest News :- आज़ाद किसान कमेटी दोआबा (रजि.) होशियारपुर की हंगामी मीटिंग सुतैहरी रोड, रिलायन्स शोरूम के  प्रधान मास्टर हरबंस सिंह संघा की ओर से की गई

होशियारपुर (आदेश, करण लाखा) :- आज़ाद किसान कमेटी दोआबा (रजि.) होशियारपुर की हंगामी मीटिंग सुतैहरी रोड, रिलायन्स शोरूम के  प्रधान मास्टर हरबंस सिंह संघा की ओर से की गई। प्रधान संघा ने धरनाकारियों को जानकारी दी कि सांझा किसान मोर्चा दिल्ली की ओर से जो हुक्म 6 फरवरी, 2021 को चक्का जाम का ऐलान किया गया है, उसको कामयाब करने के लिए होशियारपुर में इस कमेटी की ओर से  नंगल शहीदां टोल प्लाज़ा, पुरहीरां चौंक, पुरहीरां बाईपास चौंक, सिंघड़ीवाला बाईपास तथा लाचोवाल टोल प्लाज़ा पर  दिनांक 6-2-2021 को 12.00 बजे से 3.00 बजे तक मुकम्मल जाम लगाया जायेगा।  इस जाम में केवल ऐम्बुलैंस तथा शादी वाली गाडि़यों को निकलने की इज़ाजत दी जायेगी। प्रधान संघा ने समूह किसान जत्थेबन्दियों, किसान पक्षी संस्थाओं से अपील की कि अधिक से अधिक ट्रैक्टर-ट्रालियां लाकर उपरोक्त बताये गये चौंको तथा टोल प्लाज़ा तथा जाम शान्तमय ढंग से लगाया जाये। श्री संघा ने कहा कि केन्द्र सरकार ने दिल्ली में संघर्ष कर रहे जिन किसानों को ग्रिफ्तार किया गया है, उनके केस वापिस लेकर रिहा करने तक जो सांझे मोर्चे की ओर से हुक्म आते रहेंगे उनकी पालना करते हुये संघर्ष ओर तेज़ किया जायेगा।
उपरोक्त शोरूम पर धरने की कमेटी के प्रधान सुखपाल सिंह काहरी ने होशियारपुर पुलिस मुलाज़मों से निवेदन किया कि इस चक्का जाम को भी 26 जनवरी की तरह पूर्ण सहयोग दिया जाये। श्री सुखपाल सिंह जी ने प्रधान हरबंस सिंह को पूरा भरोसा दिया कि गांवो में अधिक से अधिक किसान इस संघर्ष में हिस्सा लेंगे तथा दिल्ली मोर्चे के लिए भी गांवों में से सूचियां तैयार की जा रही हैं तांकि दिल्ली को कूच किया जाये। प्रधान काहरी ने शरारती तत्वों को ताड़ना की कि हमारे शान्तमय संघर्ष में कोई रूकावट न डालें। केन्द्र सरकार ने देश की सभी सरकारी संस्थाओं निजी हाथों में बेच दी हैं तथा सरकारी नौकरियां भी बन्द कर दी गई है। देश को बचाने के लिए शान्तमय संघर्ष ही एक तरीका है। यह संघर्ष पूरी हिन्दोस्तानियों के लिए है।
इस मीटिंग को निर्मल सिंह हुक्ड़ा, जोगा सिंह साहरी, बलजीत सिंह साहरी, किशन सिंह गगनौली, सुरजीत सिंह सैनी, दिलबाग सिंह, प्रताप सिंह, सतनाम सिंह बैंस, सुखपाल सिंह, बलविन्द्र सिंह, धर्मजीत, अश्विनी कुमार, बलविन्द्र सिंह बैंस, कुलभूषण प्रकाश सिंह सैनी, लखविन्द्र सिंह लक्खी, ज्ञान सिंह भलेठू, गुरदयाल सिंह, मनजीत सिंह, तरसेम सिंह नागरा, मंगत सिह, दलवीर सिंह, मनप्रीत सिंह, अमृतपाल, अवतार सिंह, लखविन्द्र सिंह साहरी तथा निर्मल सिंह संघा ने भी अपने विचार पेश किये।
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements

Related posts

Leave a Reply