डिप्टी कमिश्नर ने सरकारी स्कूल पहुंच कर अध्यापकों को कहा हैप्पी टीचर्ज डे

– तरक्की छोड़ कर स्कूल में ही पढ़ाने का फैसला करने वाले अध्यापक की प्रशंसा की

– प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लिए मिसाल बना अंग्रेजी माध्यम सरकारी एलीमेंट्री स्कूल झांस

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– अध्यापकों की मेहनत के कारण 17 बच्चों से 222 तक पहुंची बच्चों की संख्या

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होशियारपुर, 05 सितंबर(   Barinder Saini  ): डिप्टी कमिश्रर श्रीमती ईशा कालिया ने आज एक बेहतरीन प्रयास करते हुए प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लिए मिसाल बने सरकारी एलीमेंट्री स्कूल झांस में अचानक जाकर अध्यापकों को गुलदस्ता भेंट कर उन्हें हैप्पी टीचर्ज डे कहा, जिससे अध्यापक हैरान रह गए। वर्णनीय है कि होशियारपुर जिले में एक ऐसा सरकारी ऐलीमेंट्री स्कूल है जो जिले में ही नहीं पूरे पंजाब के सरकारी स्कूलों के लिए प्रेरणा ोत बना हुआ है। स्कूल की सबसे अलग आधुनिक बनावट जहां आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, वहीं स्कूल के अध्यापक श्री नरेंद्र अरोड़ा ने अपनी पदोन्नति छोड़ इसी स्कूल में ही पढ़ाने का प्रशंसनीय निर्णय लेकर गुरु  के रु तबे को बुलंदियों पर पहुंचा दिया है। जिले के विधानसभा क्षेत्र टांडा के नजदीकी गांव झांस का यह अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्राइवेट स्कूलों को पूरी टक्क र दे रहा है और 20 किलोमीटर तक के गांवों के लोग अपने बच्चे इस स्कूल में पढ़ाने को प्राथमिकता दे रहे हैं।

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डिप्टी कमिश्रर श्रीमती ईशा कालिया ने आज अचानक अध्यापकों को सरप्राइज देते हुए अध्यापक दिवस की बधाई दी वहीं स्टेट अवार्डी अध्यापक श्री नरिंदर अरोड़ा सहित स्कूल अध्यापकों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि ऐसे अध्यापकों की पूरी लगन के साथ की हुई मेहनत के कारण ही सरकारी शिक्षा प्रणाली बुलंदियों पर है। पदोन्नति न लेकर इसी स्कूल में ही पढ़ाने के लिए फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए डिप्टी कमिश्रर ने कहा कि श्री नरिंदर अरोड़ा ने गुरु – शिष्य की परंपरा में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। परंपरा अनुसार शिष्य, गुरु  से ज्ञान लेने जाते हैं और यह पहली बार है कि गुरु  ने बच्चों की खातिर तरक्क ी ही त्याग दी। उन्होंने कहा कि अध्यापक एक मोमबत्ती की तरह होता है, मोमबत्ती आप जल कर दूसरों को रोशनी देते है और इसी तरह की मिसाल अपनी तरक्की छोड़ श्री नरिंदर अरोड़ा ने कायम की है। उन्होंने जिले के अध्यापकों को अध्यापक दिवस की मुबारकबाद देते हुए कहा कि वह भी इस स्कूल को रोल माडल बनाकर जी-तोड़ यत्न करें। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी जिले के ऐसे स्कूलों का दौरा करेंगी, जिन स्कूलों की ओर से बेहतरीन प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बच्चों से बातचीत कर सवाल भी पूछे और बच्चों ने पूरे विश्वास के साथ दिए जवाबों पर उन्होंने खुशी भी प्रकट की। इसके अलावा मिड डे मील के अंतर्गत बच्चों को दिए जा रहे खाने की गुणवत्ता चैक करने के लिए उन्होंने बच्चों के साथ खाना भी खाया।

स्टेट अवार्डी अध्यापक श्री नरिंदर अरोड़ा ने बताया कि गांव झांस के सरकारी ऐलीमेंट्री स्कूल में किसी समय नर्सरी से पांचवीं तक 17 बच्चे ही पढ़ते थे, पर उन्होंने अपनी अध्यापक पत्नी श्रीमती मंजीत कौर(झांस स्कूल में ही अध्यापक) के साथ मिलकर सख्त मेहनत करते हुए इस सरकारी स्कूल को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का बीढ़ा उठाया। उन्होंने बताया कि आज स्कूल में 222 बच्चे पढ़ रहे हैं और करीब 200 बच्चे नजदीकी कानवेंट स्कूलों से हट कर यहां दाखिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में रविवार 9 से 12 व सप्ताह में चार दिन सांय को विशेष क्लासें भी लगाई जा रही हैं,ताकि कमजोर बच्चों को विशेष तवज्जों दी जा सके।

श्री अरोड़ा ने बताया कि बच्चों को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की पुस्तकों के अलावा सामान्य ज्ञान के साथ-साथ अन्य ज्ञान भरपूर किताबें भी पढ़ाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय सहित अन्य उच्च स्तर के स्कूलों में दाखिले के लिए भी तैयार किया जा रहा है। डी.डी पंजाबी पर प्रसारित हुए किसमें कितना है दम प्रोग्राम में स्कूल के बच्चे 12 राउंड क्लीयर करके ग्रैंड फिनाले में पहुंचे थे, जिसमें गिद्धा, भाषण व गतका में पहला स्थान हासिल किया जबकि सोलो डांस में दूसरा और क्वि ज मुकाबले में स्कूल रनर अप रहा। इस प्रोग्राम में चार राज्यों के बच्चों ने हिस्सा लिया था। उन्होंने उम्मीद प्रकट की कि झांस स्कूल में पढऩे वाले नन्हे विद्यार्थी भविष्य में बुलंदियों को छूएंगे। इस मौके पर आई.ए.एस(अंडर ट्रेनिंग) श्री गौतम जैन, उप जिला शिक्षा अधिकारी(ए) श्री धीरज वशिष्ठ व हैड टीचर श्री दलबीर सिंह भी उपस्थित थे।

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