पंजाब सरकार लॉक डाउन में गरीब एवं मध्यमवर्गीय दुकानों का भी सोचेः जिम्पा 

पंजाब सरकार लॉक डाउन में गरीब एवं मध्यमवर्गीय दुकानों का भी सोचेः जिम्पा 

होशियारपुर :  पंजाब सरकार द्वारा 15 दिनों के लिए लगाए गए लॉक डाउन से स्थिति एक बार फिर से गंभीर हो सकती है, क्योंकि लोगों को कोरोना वायरस से इतना डर नहीं लग रहा, जितना भूख और बेरोजगारी से लगता है। इसलिए सरकार को पूर्ण लॉकडाउन के स्थान पर कोई ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे हर वर्ग अपना कामकाज भी कर सके और कोरोना से भी बचा रहे।

यह बात आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव ब्रह्मशंकर जिम्पा ने कही। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने जरुरी वस्तुओं में मोबाइल रिपेयर करने वालों को शामिल करके कौन सी राहत दी है, यह, सबसे बडा सवाल है। क्योंकि आज हर एक घर में दो-दो, चार-चार मोबाइल हैं और मोबाइल के बिना लोगों का काम चल सकता है। लेकिन बिना काम के लोगों के समक्ष भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। इसलिए सरकार से अपील है कि वो अपने इस फैसले के बारे में दोबारा सोचे और जनता को राहत देने वाले फैसले लागू करे। श्री जिम्पा ने कहा कि पंजाब के हालात पहले से ही खराब हैं और जनता भारी भरकम बिजली के बिलों और टैक्सों के बोझ तले दबी हुई है तथा ऐसे में कोरोना से बचाव के नाम पर लोगों का और शोषण किया जाना कहीं न कहीं गलत है। इसलिए सरकार और सरकारी अधिकारियों को कोई ऐसा रास्ता निकालना चाहिए कि जनता अपने कामकाज भी कर सके और नियमों का पालन करते हुए कोरोना से भी बची रहे। 

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