महंगाई पर काबू पाने में असफल रही सरकारें : पवन कुमार रिशू

(धार ब्लाक के व्यपार मंडल अध्यक्ष पवन कुमार रिशू)

देश की अर्थव्यवस्था पड़ी है बिगड़ी,थोक महंगाई दर 11 साल के उच्चतम स्तर पर

 जुगियाल / पठानकोट 12 जून( के के हैप्पी) : यहां महंगाई के खिलाफ भाजपा केंद्र सरकार के उपर विपक्ष की पार्टीयां दिन प्रति दिन अपना आक्रोश दिखा रही है वहीं राच्य मे भी काग्रेस सरकार के खिलाफ रोजाना महंगाई को लेकर रोष प्रदर्शन किए जा रहे है। वही व्यपारी और ग्राहक भी इस महंगाई से तराही तराही कर रहा है। केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई बढ़ रही है। कई जगह पर प्रट्रोल के दाम 100 से पार है। वही आलाकमान अपनी चैन की बंसी बजा रहा है। यह बात धार ब्लाक के व्यपार मंडल अध्यक्ष पवन कुमार रिशू ने कही। देश मे लगातार बढ़ रही महंगाई के खिलाफ हल्ला बोलते हुए उन्होने कहा कि केंद्र सरकार आखिर पैट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे मे क्यू नही ले रही। उन्होने कहा कि जब केंद्र मे यूपीऐ की सरकार थी तब पैट्रोल और डीजल पर 9.20 टैक्स था और आज यही टैक्स 32 रूपये है। उन्होने कहा कि सरकार को पैट्रोल और डीजल की एक्साईज डयूटी कम करके इस को जीएसछी के दायरे मे लाना चाहिए। उन्होने कहा कि यह देखा गया कि जब जब पैट्रोल और डीजल के दाम बढ़े है तब तब महंगाई बढ़ी है। पर इस बार तो  थोक महंगाई दर 11 साल के उच्चतम सत्र पर है। महंगाई दस समय पर विकराल रूप धारण कर चुकी है। एक दर से बढऩे वाली महंगाई तो आम जनता किसी ना किसी तरह सह लेती है पर कुछ समय से खाद्यान्नों और कई उपभोक्ता वस्तुओं के मूल्यों मे भारी वृद्धि से आम जनता परेशान है ऐसे मे कोई भी मजदूर मात्र दाल रोटी भी नही खा सकता। उन्होने बताया कि सरसों का तेल जो आज से दो माह पहले 100 रू लीटर था आज 190 रूपये लीटर हो गया है। रीफाईड जो 85 रूपये लीटर था आज 150 रूपये हो गया। डालडा घी 78 से 150 हो गया। राजमा ने भी छलाग लगाई और 90 से 140 पर पहंूच गया। माह साबूत 75 से 110 रूपये किलो पर आ गए। जो सब आम जनता की पहंूच से दूर है। उन्होने कहा कि मोदी सरकार से देश के लोगों को काफी उमीद है और उन उमीदों पर खरा उतरते हुए महंगाई पर नकेल डालनी चाहिए। 

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