बड़ी ख़बर : पंजाब में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद कोरोना प्रतिबंध 10 जुलाई तक बढ़ा

पंजाब में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद कोरोना प्रतिबंध 10 जुलाई तक बढ़ा
चंडीगढ़ :
पंजाब में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद कोरोना प्रतिबंध 10 जुलाई तक बढ़ा दिए गए हैं। हालांकि इस दौरान कई प्रतिबंधों से छूट का एलान भी किया गया है। राज्य में 1 जुलाई से 50 फीसदी क्षमता के साथ बार, पब और अहाते खोलने सहित कुछ और छूट शामिल हैं। पंजाब सीएमओ ने यह जानकारी दी।

पंजाब में डेल्टा प्लस के मामले सामने आने के बाद मुख्य सचिव विनी महाजन ने निगरानी बढ़ाने के अलावा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग को यकीनी बनाने के लिए सरकारी अमले को चौकस रहने के निर्देश दिए हैं। राज्य में कौशल विकास केंद्र और यूनिवर्सिटी खोलने के दिए निर्देश दिए गए है लेकिन यहां आने वाले विद्यार्थियों और स्टाफ को कम से कम वैक्सीन की एक डोज ली जानी ज़रूरी की गई है। 
कोरोना रिस्पॉन्स ग्रुप की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में डेल्टा प्लस वेरिएंट के कुछ मामले सामने आए हैं, जिनमें से पटियाला और लुधियाना में 1-1 मामला रिपोर्ट किया गया है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए वायरस के इस स्वरूप को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग करने का फैसला लिया गया है।
 
उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग और पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन (पीएचएससी) की ओर से पटियाला के सरकारी मेडिकल कॉलेज में ‘होल जीनोम सीक्वेंसिंग’ मशीन लगाने संबंधी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने लैबोरेट्रियों में डाटा प्रोसेसिंग में लगने वाला समय बचाने के लिए कोविड के नमूनों पर बार कोड लगाने के आदेश दिए हैं, जिससे लैबोरेट्रियों में प्रक्रिया को स्वचालित किया जा सके और रिपोर्ट का नतीजा आने का समय घटाया जा सके।
इस महामारी की तीसरी लहर को रोकने के लिए राज्य द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि संक्रमण की किसी भी संभावित लहर के मुकाबले के लिए नीति का मसौदा तैयार किया जा रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि आईसीएमआर ने ड्राई स्वैब टेस्टिंग को मंजूरी दी है, जिसमें वीटीएम और एमआरएनए एक्सट्रैक्शन के जरिये नमूने लेने की जरूरत नहीं पड़ती। राज्य द्वारा इस पद्धति का प्रयोग 1000 नमूनों पर ट्रायल के आधार पर किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बार, पब और अहातों में शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन करना होगा। वेटर व अन्य कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन की एक डोज लेनी चाहिए। शर्तों को पूरा करना सुनिश्चित करना मालिकों की जिम्मेदारी होगी। देश में अब तक डेल्टा वेरिएंट के 50 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, केरल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक में नए वेरिएंट के मामले सामने आए हैं।
 
डेल्टा वेरिएंट यानी B.1.617.2 पहली बार भारत में पाया गया था और दूसरी लहर की तबाही का सबब बना था। तब से ये अब तक AY.1 और AY.2. में म्यूटेंट हो चुका है।
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