बड़ी ख़बर: कांग्रेस हाईकमान ने इस शख़्श की रिपोर्ट को रातों-रात लागू कर नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रे्स का अध्यक्ष नियुक्त किया था

जानकारी मिली है कि जो कैबिनेट मंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के हर प्रकार से सेवादार रहकर करोड़ों की जमीनों की खरीदारी अपनी लूट की कमाई से करते रहे हैं, अब हाईकमान की उन पर भी पैनी नज़र है । जरा-सी भी हरकत इन नेताओं ने कैप्टन की वफादारी को तसदीक करके में की तो परिणाम स्वरूप हाईकमान की तरफ से उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई किए जाने में भी अब देरी नहीं होगी ।

चंडीगढ़  : प. बंगाल में ममता बनर्जी को जीत दिलवाने वाले और कांग्रेस पार्टी के पुराने , सियासत के माहिर प्रशांत किशोर का हर दाव कभी खाली न जाने के कारण अक्सर कांग्रेस पार्टी उनके सर्वे पर भरोसा  करती है। 

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कांग्र्रेस पार्टी हाईकमान के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि राहुल गांधी, प्रियंका और पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने साहस दिखाते हुए नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस पार्टी का जो अध्यक्ष नियुक्त किया है, उसके पीछे प्रशांत किशोर के पिछले 6 माह से गुप्त तौर से किए गए पंजाब कांग्रेस पार्टी के सर्वे का राज है।

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साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल की पोल खोलने वाले प्रशांत किशोर ने स्पष्ट कर दिया था कि कांग्रेस पार्टी यदि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की रहनुमाई में पंजाब का चुनाव लड़ती है तो आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल को अधिक सीटें आ सकती हैं। यदि नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी में जाकर मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित होते हैं तो आम आदमी पार्टी का पलड़ा सबसे भारी रहेगा।

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जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने पंजाब के 9 कांग्रेस सांसदों के साथ मीटिंग करने से पहले प्रशांत किशोर की रिपोर्ट को रातों-रात लागू कर  नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रे्रस पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को साइड लाइन  करने में देरी नहीं की।  बदलते हुए हाईकमान के तेवरों पर मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा इस्तीफा देने की धमकी का कोई प्रभाव पडऩे वाला नहीं है।

यह भी जानकारी मिली है कि जो कैबिनेट मंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के हर प्रकार से सेवादार रहकर करोड़ों की जमीनों की खरीदारी अपनी लूट की कमाई से करते रहे हैं, अब हाईकमान की उन पर भी पैनी नज़र है । जरा-सी भी हरकत इन नेताओं ने कैप्टन की वफादारी को तसदीक करके में की तो परिणाम स्वरूप हाईकमान की तरफ से उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई किए जाने में भी अब देरी नहीं होगी ।

कैप्टन विरोधी रुख की पहचान करने वाले कई मंत्री, विधायक अब सिद्धू की शरण में जाने में देरी नहीं कर रहे । अब  माफ़ी मांगने की बात तो दूर , अब्ब कल ताजपोशी के बाद नवजोत सिद्धू ,  2022 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए  18 सूत्रीय कार्यक्रम को लागू कर बादल दल  और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व् उनके सेवादार मंत्रिओं को चुनावी पाठ पढ़ाने में देरी नहीं करेंगे ।

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