latest : 17 लाख की लागत से बनी रिटेनिंग वाल की जांच ना होने का मामला फिर से गमार्या

-तलवाड़ा का उक्त ठेकेदार शिकायत को लेकर फिर से चर्चा में
-जिले के बड़े तीन ठेकेदारों ने कहा कि झूठी शिकायत कर अफसरों को भी करता है ब्लैकमैल
होशियारपुर  तलवाड़ा- दसूहा का एक ठेकेदार अन्य ठेकेदारों की एक शिकायत कर फिर से चर्चा में आ गया है। अब होशियारपुर से संबंधित तीन बड़े ठेकेदारों ने भी उक्त ठेकेदार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोलने की तैयारी कस ली है।
इस संबंध में ठेकेदार प्रदीप गुप्ता, विकास मलहोत्र लक्की और रविंदर सिंह ने दैनिक सवेरा से बातचीत करते हुए कहा कि तलवाड़ा के इस कथित ठेकेदार से सभी ठेकेदार व अफसर परेशान हैं। उन्होंने बताया कि ए.एस इंटरप्राइज के नाम से टांडा में उनका काम चल रहा था। संबंधित ठेकेदार को काम नहीं मिला तो उसने टांडा के अफसर के अलावा शीर्ष अधिकारियों को शिकायत की है कि जो काम हुआ है उसकी सपेसीफिकेशन सही नहीं है। इन्होंने बताया कि किसी भी ठेकेदार या फिर सरकारी अफसर से पूछ लो कोई भी कार्य 100 प्रतिशत एकूरेसी से नहीं हो पाता लेकिन फिर भी कोशिश यही रहती है कि काम पूरी तरह से एकूरेसी व पूरी मिकदार के साथ हो।
उन्होंने संबंधित ठेकेदार पर आरोप लगाया कि उक्त ठेकेदार को जब ठेका नहीं मिलता तो वह अफसरों की शिकायत भी कर डालता है और कभी कोर्ट केस में उलझाता है। सरकारी नौकरी के चलते अफसर किसी परेशानी में नहीं पड़ना चाहते और इसको ठेका दे देते हैं और वह इसी आड़ में घटिया मैटिरियल इस्तेमाल करता है और अफसरशाही को भी ब्लैकमेल करता रहता है। इसके चलते ना सिर्फ सरकारी कार्यो में बिघन पड़ता है वहीं आम लोग भी विकास की राह को तरसते हैं क्योंकि शिकायत चाहे झूठी हो मगर जांच के चलते काम तो प्रभावित होता ही है। इन तीनों ठेकेदारों ने बताया कि कुछ माह पहले तलवाडा़ा-दसूहा के इसी ठेकेदार ने तलवाड़ा में 17 लाख की लागत से रिटेनिंग वाल बनाई थी और कुछ सप्ताह बाद ही वह गिर गई जिससे से सरकारी खजाने को बड़ी तादाद में चूूना लग गया। यह मामला वार्ड तलवाड़ा के वार्ड नंबर 13 के एक स्कूल के पास बनी रिटेनिंग वाल से संबंधित था।
इस संबंध में ठेकेदार प्रदीप गुप्ता के अलावा ठेकेदार विकास मलहोत्र लक्की और रविंदर सिंह ने कहा कि ईमानदार अफसरों और ठेकेदारों की झूठी शिकायतें करके ठेके हासिल करना वाला यह ठेकेदार अगर इतनी ही इमानदार है तो उक्त ठेकेदार से बनाई गई रिटेनिंग वाल कैसे गिर गई। उन्होंने कहा कि संबंधित अफसर भी इसकी शिकायतों से इतने घबराते हैं कि यह बहाना बनाकर के रिटेनिंग वाल के साथ किसी ने अपने घर के पास पत्थर रखे हुए थे इसलिए दिवार गिर गई और सबंधित ठकेदार को बचा लिया जाता है। उन्होंने कहा कि अब रिटेनिंग वाल तो बना दी गई है मगर संबंधित ठेकेदार से पैसों की रिकवरी अभी तक नहीं की गई। जिसके चलते सरकारी खजाने को भी चूना गगाया गया जिसके लिए अफसर भी जिम्मेदार हैं।
मुख्यमंत्री व विजिलैंस से जल्द करेंगे जांच की मांग, डीसी को सोंपेंगे मांग पत्र- प्रदीप गुप्ता
इस संबंध में ठेकेदार प्रदीप गुप्ता ने कहा कि अब वह उक्त ठेकेदार ही नहीं बल्कि इस ठेकेदार से मिले हुए कुछ अफसरों की मिलिभगत व ठेकेदार द्रारा घटिया समग्री बरतने और रिटेनिंग वाल के घिरने व इस ठेकेदार द्रारा किए गए अन्य कार्या की जांच की मांग मुख्यमंत्री व विजिलैंस को भी करेंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में माझा-दोआबा के अनेक ठेकेदार उनके सपंर्क में हैं और जल्द ही इस सबंध में डीसी होशियारपुर को मांग पत्र सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि तमाम समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बावजूद रिटेनिंग वाल की जांच ही नहीं की जाती और उक्त ठेकेदार से रिकवरी ना करके सरकारी खजाने को भी चूना लगाया जा रहा है जिसे वह ना सहन करेंगे और ना ही चुप बैठेंगे।
कैप्शन 30 एचससपी 70 दैनिक सवेरा में प्रकाशित खबर की कटिंग।

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