पंचायतों की पहलकदमी के चलते जिले के 38 गांव ड्रग फ्री हुए घोषित
– दसूहा सब-डिविजन के 2 अन्य गांवों को ड्रग फ्री गांव के सौंपे सर्टिफिकेट
– बाकी पंचायतें भी अपने गांवों को ड्रग फ्री बनाने के लिए आगे आएं: डिप्टी कमिश्नर
HOSHIARPUR / DOABA TIMES (ADESH PARMINDER SINGH)
पंजाब सरकार की ओर से नशे के खिलाफ शुरु किए गए अभियान को और सार्थक बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जिला होशियारपुर के 2 और गांव ड्रग फ्री घोषित किए गए हैं, जिससे ड्रग फ्री गांवों की गिनती 38 हो गई हैं।
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती ईशा कालिया ने आज जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में दसूहा सब-डिविजन के अन्य गांवों नागरे व मूसहा को ड्रग फ्री गांवों के सर्टिफिकेट सौंपे। इन गांवों के अलावा वार्ड नंबर-6 गढ़दीवाला को भी ड्रग फ्री घोषित किया गया। इस मौके पर एस.डी.एम. दसूहा श्रीमती ज्योति बाला, एस.पी. मनजीत कौर, गांवों के सरपंच-पंच व विभागों के प्रमुख उपस्थित थे। श्रीमती ईशा कालिया ने कहा कि जिले में ड्रग फ्री घोषित किए गए 38 गांवों के सरपंच 26 जनवरी को करवाए जा रहे महत्वपूर्ण समारोह में विशेष अतिथि होंगे।
श्रीमती ईशा कालिया ने कहा कि ड्रग फ्री किए उक्त गांवों सहित दसूहा सब-डिविजन के अब तक 8 गांव ड्रग फ्री घोषित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दसूहा सब-डिविजन के 6 गांवों उडरा, मक्कोवाल चड़दी पत्ती, चंडीदास, चक्क नूर अली, खंगवाड़ी व गंव भंबोवाल को पहले ही ड्रग फ्री घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अब तक होशियारपुर सब-डिविजन के भी 21 गांव ड़्रग फ्री घोषित किए जा चुके हैं, जिनमें बहेड़ा, बाड़ीखड्ड, नंदन, बसी पुरानी, सतियाल, डाडा, पटियाडिय़ां, चक्क साधु, खडक़ां, टप्पां, कोरट, कूकानेट, ढोलवाहा, देहरियां, पटियाल, नारा, ठरोली, सज्जन, अखलासपुर, महिंगरोवाल व गांव ब्रहमजीत शामिल हैं। इसके अलावा गांव बहिबल मंज(मुकेरियां) व गढ़शंकर सब-डिविजन के अंतर्गत आते 8 गांवों रावल पिंडी, कंबाला, फतेहपुर कलां,डेरों, नाजरपुर, मुकंदपुर, कुलेवाल, मोजीपुर को भी ड्रग फ्री गांव घोषित करने के सर्टिफिकेट सौंप कर सम्मानित किया जा चुका है।
डिप्टी कमिश्नर ने पंचायतों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पंचायतों व गांव वासियों की ओर से अपने गांवों को ड्रग फ्री बनाने का उठाया बीड़ा एक तंदुरु स्त समाज सृजन के लिए सहायक साबित होगी। उन्होंने बाकी गांवों को भी नशे के खिलाफ आगे आने की अपील की। इसके अलावा ड्रग फ्री गांवों को बाकी गांवों में नशे के खिलाफ जागरु कता फैलाने के बारे में भी कहा। उन्होंने कहा कि ड्रग फ्री गांवों में पहल के आधार पर अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत दी जा रही सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि गांवों को ड्रग फ्री घोषित करने के लिए कड़े मापदंड अपनाने के बाद ही ड्रग फ्री घोषित किया गया है। उन्होंने पंचायतों को सरकार की ओर से चलाई जा रही अलग-अलग योजनाओं महात्मा गांधी सरबत विकास योजना, सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना, घर-घर रोजगार योजना, स्मार्ट विलेज योजना के अलावा मगनरेगा आदि के बारे में भी जानकारी दी।
श्रीमती ईशा कालिया ने कहा कि नशे के खिलाफ जहां जागरु कता फैलाई जा रही है, वहीं नशे का कारोबार करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होने स्पैशल टास्क फोर्स(एस.टी.एफ) को हिदायत की कि ड्रग फ्री किए गांवों की 15 दिनों बाद चैकिंग यकीनी बनाई जाए। उन्होंने जी.ओ.जीज को भी इन गांवों की निगरानी करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नशे की रोकथाम संबंधी सूचना देने के लिए एस.टी.एफ, नारकोटिक्स सैल होशियारपुर के हैल्पलाइन नंबर-181 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम व पता बिल्कुल गुप्त रखा जाएगा।
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