LATEST :  शहीद विक्रम दत्त जैसे जांबाजों के बलिदानों सदके ही आजादी की शमां रोशन:जनरल खजूरिया

सैकड़ों ने नम आंखों से किया शहीद को नमन
,PATHANKOT (RAJINDER RAJAN, BUREAU CHIEF) :भारतीय सेना की 235 बंगाल इंजीनियर रैजीमेंट के शहीद लांस नायक विक्रम दत्त का 13वां श्रद्घांजलि समारोह सीमावर्ती गांव मराड़ा में स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रिंसीपल रमन कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें मेजर जनरल एस.के.खजूरिया बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए।

इसके अलावा शहीद की माता सोमा देवी, भाई सुरिन्द्र कुमार व युद्घवीर, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की, शहीद लैफ्टीनेंट नवदीप सिंह अशोक चक्र के पिता कैप्टन जोगिन्द्र सिंह, सेना की 20 डोगरा यूनिट के मेजर महावीर सिंह शौर्य चक्र, ग्राम सुधार सभा बहरामपुर के प्रधान ठा.विजय सलारिया, राजपूत महासभा के जिलाध्यक्ष ठा.राम सिंह मजीठी, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज, शहीद सिपाही जतिन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्घासुमन अर्पित किए।

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 सर्वप्रथम मुख्यातिथि मेजर जनरल एस.के.खजूरिया एवं अन्य मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की। सेना की 20 डोगरा रैजीमेंट के जवानों ने शस्त्र उल्टे कर बिगुल की मातमी धुन से शहीद को सलामी दी। इसके उपरांत श्रद्घांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मेजर जनरल एस.के.खजूरिया ने कहा कि शहीद लांस नायक विक्रम दत्त जैसे जांबाजों के शौर्य व बलिदानों के सदके ही आज आजादी की शमां रोशन है। उन्होंने कहा कि सदियों की गुलामी के बाद देश को जो आजादी मिली है, उसके पीछे कुर्बानियों का लम्बा इतिहास रहा है तथा उस आजादी की गरिमा को बहाल रखते हुए आज भी विक्रम दत्त जैसे शूरवीर अपनी शहादतें दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर देश सुरक्षित रखना है तो शहादतों का सिलसिला भी चलता रहेगा और शहीद परिवारों के जिगर के टुकड़े वतन पर कुर्बान होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि शहीद परिवार देश व सरकारों से कुछ नही चाहते, अगर देशवासी व सरकारे दिल से इनका सम्मान करें तो इनका मनोबल ऊंचा रहेगा।

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पावन है वो भूमि जहां किया जाता है शहीदों को नमन:कुंवर विक्की
कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार जहां शहीदों की वीरगाथाएं सुनाई जाती हंै, वह भूमि पावन व तीर्थ स्थान तुल्य बन जाती है। उन्होंने कहा कि शहीदों की याद में आयोजित श्रद्घांजलि समारोह समाज में देशभक्ति की चेतना पैदा करते हुए भावी पीढ़ी में राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि शहीद मरते नही बल्कि अमर होते है, मगर जिस दिन देशवासी उनकी शहादत को भूल जाते हंै, उस दिन सही मायनों में एक शहीद मौत होती है।
सैनिक के लिए राष्ट्र होता है सर्वोपरि: मेजर महावीर
शौर्य चक्र विजेता मेजर महावीर सिंह ने कहा कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र सर्वोपरि होता है तथा उसकी सुरक्षा, एकता व अखंडता को बरकरार रखते हुए यदि उसे अपने प्राणों की आहुति भी देनी पड़े तो वह पीछे नहीं हटता तथा वो सैनिक धन्य है, जिसके भाग्य में यह सब लिखा होता है,क्योंकि एक सैनिक की शहादत देश का गौरव है,इसलिये इस गांव की बलिदानी मिट्टी को मैं शत-शत नमन करता हूँ। प्रिंसीपल रमन शर्मा ने आए मेहमानों का धन्यवाद किया तथा स्कूली छात्रों द्वारा देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत कर शहीद को नमन किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि मेजर जनरल एस.के.खजूरिया द्वारा शहीद के परिजनों सहित 20 अन्य शहीद परिवारों को शॉल भेंट करके सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कैप्टन राजेन्द्र सिंह, योगेश ठाकुर, सरपंच जोध राज सैनी, मास्टर सुखदेव राज, सूबेदार राकेश कुमार शर्मा, लैक्चरार प्रवीण कुमार, सुरेश कुमार, सुरजीत चंद, मैडम रीटा, डिम्पल, गुरप्रीत कौर, मनप्रीत, सुनील कुमार, त्रिशला देवी, राम लुभाया, राजपाल आदि उपस्थित थे

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