रिसोर्स सेंटर विशेष जरूरतों वाले बच्चों को शिक्षित करने के साथ साथ कर रहा उनके पैरों पर खड़ा
पठानकोट, (RAJINDER RAJAN BUREAU CHIEF )
पठानकोट के आनंदपुर रोड में स्मार्ट प्राइमरी स्कूल में स्थित अपंग तथा विकारग्रस्त विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा खोला गया स्पेशल रिसोर्स सेंटर इन बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है। अध्यापकों अपनी सख्त मेहनत से यहां इन बच्चों को शिक्षित कर रहें हैं वहीं इसके साथ साथ उनकों उनके पैरों पर खड़ा करने के लिए स्वयं रोजगार में उनकी रूचि पैदा करते हुए उनमें मेहनत करने का गुण भर रहे है। जिसके लिए विभाग की तरफ से वोकेशनल प्रोजैक्ट भी इस सेंटर में चल रहें है। इस सबंध में जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अफसर प्राइमरी इंजी.संजीव गौतम ने बताया कि इस सेंटर में इस समय 72 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहें है। यह बच्चे किसी न किसी शरीरिक या मानसिक विकार से ग्रस्त है। यह बच्चे यहां पर खेलने व पढ़ने के साथ साथ स्वयं रोजगार के तहत साफ्ट टोयाज, जूट बैग, पैन, थ्री डी टैक्नोलॉजी, बेसिक कम्प्यूटर एप्लीकेशन, ब्यूटी कल्चर, कटिंग एंड टेलरिंग, फ़ूड प्रोसैसिंग, मोमबत्तीयां तथा शगुन व साधारण लिफाफे बनाने की विधि सीखते है। इस प्रकार के बच्चों को इस सेंटर के वलंटियर खुद घरों में जाकर ढूंढ कर उन्हें सेंटर में लेकर आते है। सेंटर में इन बच्चों के लिए दानी सज्जनों द्वारा अपना पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
बाजार में बेचा जाता है बच्चों द्वारा तैयार किया गया समान
इन बच्चों द्वारा सेंटर में बनाई गए साफ्ट टोयाज, जूट बैग, पैन, थ्री डी टैक्नोलॉजी से तैयार समान, कटिंग एंड टेलरिंग का तैयार समान, मोमबत्तीयां, पैन, शगुन के लिफाफे तथा साधारण लिफाफों को बाजार में बेचा जाता है तथा इस समान को बेचने से प्राप्त हुए पैसों को बच्चों की भलाई के लिए खर्चा जाता है। दिवाली के सीजन पर सेंटर द्वारा बाजार में लगभग 5000 रूपए की मोमबत्तीयां बाजार में बेची गई है तथा इन बच्चों के लिए पैन बनाने की जो मशीन मंगवाई गई है उससे बनने वाले पैन की लागत पर एक रूप्या खर्चा आता है।
राज्य स्तरीय तथा इंटरनैशनल स्तर पर पठानकोट का नाम रोशन कर चुके है यह बच्चे।
सेंटर में पढ़ रहा लव कुमार मानसिक रूप से विकलांग है परंतु लव कुमार ने हार न मानते हुए बास्केटबॉल में माहिरत हासिल की हैं। लव कुमार ने बास्केटबॉल नेशनल चैंपियनशिप प्रायोगिता में ट्राफी जीत कर पठानकोट का नाम रौशन किया है। इसी तरह अन्य बच्चों ने भी स्टेट स्तर तथा नेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर जिले का नाम रोशन किया है।
बच्चों द्वारा तैयार किए गए समान की विभाग द्वारा लगाई जाती है प्रदर्शनी
शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में बच्चों द्वारा बनाये गए समान की प्रदर्शनी भी लगाई जाती है तथा लोगों को मौके पर साफ्ट टोयाज, जूट बैग, पैन, थ्री डी टैक्नोलॉजी से समान, कटिंग एंड टेलरिंग का समान, मोमबत्तीयां, शगुन के लिफाफे बना कर दिखाए जाते हैं। पठानकोट के इन बच्चों द्वारा की गई एक्टिविटी दर्शाती तस्वीरें अमेठी यूनिवर्सिटी की दीवारों की शोभा बढ़ा रही हैं। इन विशेष बच्चों की कार्य कुशलता देखते हुए अमेठी यूनिवर्सिटी द्वारा इन बच्चों को इस काबिल बनाने वाले चार स्पैशल एजूकेटरो श्रीमती सविता, श्रीमती रीतू शर्मा, डॉ. मनदीप शर्मा व राकेश कुमार को पिछले वर्ष अमेठी यूनिवर्सिटी नोएडा में इंटरनेशनल कार्यक्रम में सम्मानित किया गया है।
जिला कोआॅडिनेटर वोकेशनल कोर्स डॉ. मनदीप शर्मा ने बताया कि वलंटियरों द्वारा मुहल्लों मुहल्लों में सर्वे कर इस तरह के बच्चों की पहचान कर इन बच्चों को सेंटर में दाखिल करवाने के लिए माता पिता को प्रेरित करते है। विभाग द्वारा जिस बच्चे का सर्टीफिकेट नहीं बना होता उन बच्चों के सर्टीफिकेट बनवा कर उनकों सरकार की तरफ से मिलने वाली सारी सुविधाएं मुहैया करवाते है। उनके सेंटर द्वारा दिल में छेद वाले 82 बच्चों की सर्जरी के साथ-साथ अर्थों इंपेयर्ड व सैरीबरल पाल्सी वाले 67 बच्चों की सर्जरी अभी तक फ्री करवाई जा चुकी है तथा हर वर्ष जरूरतमंद बच्चों को उपकरण दिए जाते हैं। इस स्पैशल सेंटर को चलाने में जिला शिक्षा अधिकारियों, सेंटर हैंड टीचर जतिंदर कुमार, सेंटर स्टाफ स्पैशल एजूकेटर श्रीमती सविता, राजू बाला, रेणु बाला, सोनिया व जसप्रीत का विशेष योगदान है।
इस मौके पर पढ़ों पंजाब, पढ़ाओं पंजाब के जिला कोआर्डिनेटर केवल कृष्ण, तरूण पठानिया, जिला कोआडिनेटर सोशल मीडिया बलकार अत्री व अन्य उपस्थित थे।
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