EDITORIAL- CANADIAN DOABA TIMES : होशियारपुर प्रशासनिक अधिकारियों की नालायकी, जिले केअनेक कस्बों के लिए अभी तक नहीं जारी किए होम डिलिवरी फोन नंबर, मिट्टी के माधो साबित हो रहें हैं जिले के अनेक विधायक

होशियारपुर प्रशासनिक अधिकारियों की नालायकी, जिले के अनेक कस्बों के लिए अभी तक नहीं जारी किए होम डिलिवरी फोन नंबर, मिट्टी के माधो साबित हो रहें हैं जिले के अनेक विधायक
होशियारपुर (CND MEDIA NETWORK) जिला होशियारपुर में करफियू को लगे हुए दो दिन से अधिक समय बीत चुका है। डीसी होशियारपुर के पास दो एडीसी, एसडीएमज, तहसीलदारों के अलावा समेत सिविल सजर्न, सैंकड़ों अधिकारी व क्लास दू अफिसर हैं, मगर हैरानी वाली बात यह है कि बीते कल तक डीसी प्रशासन होम डिलिवरी नंबर ही जारी नहीं कर सका। आज सुभह तकरीबन सात बजे तक प्रसासन ने शहर होशियारपुर के 7, गढ़शंकर 1, टांडां,. दसूहा 1 और मुकेरियां के लिए 2 और जिले के लिए सिर्फ 11 हैल्पलाइन नंबर ही जारी किए हैं इन्में से सबसे ज्यादा हैल्प नंबर होशियारपुर शहर के लिए जारी किए गए हैं और शहर के बाहवर पड़ते सबसे घनी आबादी वाले पुरहीरां के लिए एक भी हैल्प नंबर जारी नहीं किया। जबकि बाकायदा आबादी के हिसाब से पुलिस चौकी बनाई गई है वहां पर कोई हैल्प नंबर नहीं दिया। 

गर्व है कि केबिनेट मंत्री अरोड़ा के शहर में 7 होम डिलिवरी नंबर दिए जा चुके हैं लेकिन जिला प्रशासन हलका चब्बेवाल व माहिलपुर, नसराला, हलका शाम चौरासी, गढ़दीवाला, कंडी क्षेत्र, तलवाड़ा,इतयादि घनी आबादी वाले क्षेत्रों को 12-30 बजे तक भी होम डिलिवरी नंबर नहीं दिलवा पाया डीसी प्रशासन.

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एैसा लगता है कि होशियारपुर के तमाम विधायक मिट्टी के माधो हैं, उन्होंने अपनी जनता जानर्घन का कुछ ख्याल अभी तक नहीं रखा। शायद यह विधायक सोचते हैं कि जनता को उन्होंने अपने एक महीने का वेतन दे दिया है और यह काफी है, मगर यह विधायक शायद भूल गए हैं कि जो वेतन इन्होंने दान दिया है वह उसी जनता जानार्धन के द्वारा दिए गए एक हिस्से का टैक्स मात्र है। इन्के अपने कारोबार है और आप लोग तो भली भांति जानते हैं कि इन्को इन्कम के और भी कई साधन है, कुछ अपने खजाने से भी गरीब लोगों के लिए करें। कम से कम और कुछ नहीं तो अपने अपने हलकों में सरकारी अस्पतालों में लोगों के लिए मास्क व जरूरी दवाएं उप्लब्ध करवा दैं अगर यह काम भी नहीं कर सकते तो कम से कम सभी कस्बों के अस्पतालों में रोज सेनिटेज ही करवा दें और अगर यह विधायक एैसा नहीं कर सकते तो फिर कर्फयू लगाने का क्या फायदा है लोग तो फिर अस्पताल में जाकर भी मुफ्त में करोना अपने साथ ले आएंगे।
एैसे हालातों में लोगों में बेचैनी व आराजकता फैलेगी, लोग करफ्यू का उलंघन करने को विष होंगे ओर हो भी रहे हैं, जब वह मजबूरी वश अपने बच्चों के लिए खाना या दवा लेने बाहर निकलेंगे तो पुलिस भी लाचार दिखेगी, वह लाठियों से उनको पीटेगी और वह भी कब तक?
रही बात प्रशासन की वो तो हमेशा माल गाड़ी की तरह रीगं-रींग कर चलता है और उस पर भी उन लोगंों कामाल ढोता है जिनकी हैसियत अपने केबिनेट मंत्री जैसी है, बाकी विधायक तो सो रहे हैं और बिलकुल मिट्टी के माधो साबित हो रहे हैं। अरे भाई उठो, जागो, आपको जनता ने वोट देकर विधायक बनाया, डीसी होशियारपुर तो पत्रकारों और संपादक का फोन नहीं उठा रही ओर तो ओर उसका अमला भी एैसा ही कर रहा है व लोक संपर्क अधिकारी भी सिर्फ डीसी के प्रैस नोट लिखने में व्यस्त हैं फोन वो भी नहीं उठा रहे।

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लोक संपर्क विभाग को तो सुभह अखबार में डीसी की खबर चाहिए और चाहे बाढ़ में जाएं पत्रकार। अभी तक यह विभाग जिले के अनेक पत्रकारों को पास तक नहीं दिला सका और हौरानी वाली बात यह है कि इसका जिम्मा भी एडीसी को सौंपा गया है जिसके ऊपर पहले से ही अनेक जिम्मेदारियां है। लिखो भाई लिखो ।
इस लिए विधायको जियो,डीसी के पास जाओ उसका दरवाजा खट-खटाओ और अपने अपने कस्बों के लिए ज्यादा से ज्यादा होम डिलिवरी नंबर अलाट करवायो, अन्यथा यह जनता है सभ जानती है और कब कुर्सी के नीचे से फ्ट्टा खींच ले, पता नहीं चलेगा आपको।
                                                        अक्षर वाधा-घाटा भुल चुक माफ करना
                                                                          आपका अपना

ADESH PARMINDER SINGH

CHIEF EDITOR

CANADIAN DOABA TIMES

HOSHIARPUR

MOB.-98146-40032

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